शीतयुद्ध के बाद पहली बार परमाणु महासंग्राम की स्थिति बनी है – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन

वॉशिंग्टन/मास्को – ‘यूक्रेन पर हमलों में परमाणु अस्त्र का प्रयोग करेंगे, इन शब्दों में चेतावनी दे रहे पुतिन खोखली धमकी नहीं दे रहे हैं, इसे ध्यान में रखना होगा। क्युबा के मिसाइल संकट के बाद पहली बार परमाणु अस्त्र का सीधे इस्तेमाल होने की कड़ी संभावना निर्माण हुई है। छोटी दूरी के परमाणु अस्त्रों का इस्तेमाल किया गया तो परमाणु महासंग्राम नहीं छिड़ेगा, ऐसा मानना गलत होगा’, इन शब्दों में अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने करीबी समय में परमाणु युद्ध छिड़ सकता है, यह इशारा दिया। रशिया-यूक्रेन मुद्दे पर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने परमाणु युद्ध की संभावना जताने का यह पिछले १५ दिनों में दूसरा अवसर है।

पिछले महीने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने परमाणु युद्ध पर दिए इशारे खोखले ना होने की चेतावनी दी थी। ‘पश्चिमी देश रशिया को न्युक्लियर ब्लैकमेल की धमकी दे रहे हैं। लेकिन, यह साज़िश उन्हीं पर उलट सकती है, इसे उन्हें ध्यान में रखना चाहिए। यदि, रशिया की संप्रभुता को चुनौती दी जाती है तो देश और जनता की रक्षा के लिए उपलब्ध सभी विकल्पों का इस्तेमाल किया जाएगा। हम हवा में बात नहीं करते, इसका अहसास पश्चिमी देश रखें’, इन शब्दों में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने पश्चिमी देशों की सच्चाई का अहसास कराया था।

पुतिन के बयान पर पश्चिमी देशों से तीव्र बयान सामने आए थे। ब्रिटेन के मंत्री ने रशिया की धमकी को गंभीरता से लेना पडेगा, यह कहा था। अमरीका ने रशिया को संदेश भेजकर इशारा दिया, ऐसे दावे माध्यमों ने किए थे। अमरीका के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी खुलेआम रशिया को परिणामों का सामना करने के मुद्दे पर चेतावनी दी थी। विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में इसका ज़िक्र किया था। ‘रशिया ने परमाणु अस्त्र का इस्तेमाल किया तो रशिया को इसके खतरनाक परिणाम भुगतने पडेंगे’, ऐसी सख्त चेतावनी ब्लिंकन ने दी। रशिया के परमाणु हमलों पर अमरीका निर्णायक जवाब देगी, ऐसा इशारा अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने दिया था।

रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन अभियान शुरू करने के बाद आरंभिक दिनों में रशिया परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकती है, ऐसे संकेत दिए थे। पुतिन ने रशिया के ‘न्यूक्लियर फोर्सेस’ को अलर्ट पर रहने के आदेश भी दिए थे। इसके बाद रशिया ने ‘सरमात’ परमाणु अस्त्र का नया परीक्षण करके तैयारी दर्शाई थी। और अब छह महीने बाद राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने फिर से परमाणु हमले की धमकी देने से सनसनी निर्माण हुई है और परमाणु युद्ध का मुद्दा फिर से चर्चा का विषय बना है।

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