उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी के मिसाइल का परीक्षण किया – जापान की सरकार ने नागरिकों को स्थानांतरित होने को कहा

सेउल/टोकियो – उत्तर कोरिया की तानाशाही हुकूमत ने गुरुवार को और एक बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण किया। करीबन एक हज़ार किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद यह मिसाइल ‘ईस्ट सी’ के क्षेत्र में गिरी। लेकिन, उत्तर कोरिया के इस मिसाइल का रुख ‘होकाईदो’ प्रांत होने की चिंता जताकर जापान ने वहां की जनता को भीड़ के ठिकानों से सुरक्षित स्थान पर जाने के आदेश दिए। इससे होकाईदो की सड़के सुनी पड़ी थी। साथ ही जापान की सरकार ने अपनी सेना को आवश्यक कार्रवाई के लिए तैयार रहने की सूचना भी की थी।

गुरुवार सुबह करीबन साढ़े सात बजे उत्तर कोरिया ने बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। हर बार की तरह उत्तर कोरिया ने इस मिसाइल का ब्यौरा नहीं दिया है। लेकिन, दक्षिण कोरिया की सेना ने जारी की हुई जानकारी के अनुसार उत्तर कोरिया ने हमेशा से अलग और नए एवं लंबी दूरी के मिसाइल का परीक्षण किया। इससे पहले उत्तर कोरिया ने परीक्षण के दौरान दागे अधिकांश मिसाइलें द्रव-ईंधन पर आधारित थे। लेकिन, गुरूवार को दागी गई बैलेस्टिक मिसाइल घन-ईंधन पर आधारित होने की जानकारी दक्षिण कोरिया की सेना ने साझा की।

द्रव-ईंधन की तुलना में घन-ईंधन के मिसाइल की गति अधिक होती हैं और यह मिसाइलें बड़ी आसानी के साथ विस्फोटक लेकर उड़ान भर सकते हैं। इस वजह से उत्तर कोरिया ने नए प्रकार के मिसाइल का परीक्षण करने का दावा दक्षिण कोरियाई सेना कर रही हैं। पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों का सामना कर रहे उत्तर कोरिया ने अपने मिसाइल कार्यक्रम में की हुई यह प्रगति चौकानेवाली है, ऐसा दक्षिण कोरियाई सैन्य विश्लेषकों का कहना हैं। इसके साथ ही उत्तर कोरिया के मिसाइल इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहे हैं, इसका अहसास दक्षिण कोरिया की सेना एवं विश्लेषक करा रहे हैं।

गुरुवार सुबह उत्तर कोरिया ने मिसाइल दागने के बाद अगले कुछ ही मिनटों में जापान ने होकाईदो प्रांत के अपने नागरिकों के लिए अलर्ट जारी किया। अगले दो-तीन मिनटों में उत्तर कोरिया की मिसाइल जापान की सीमा में प्रवेश करेगी, यह चिंता जताकर जापान ने होकाईदो प्रांत के नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर रहने की सूचना की। इससे होकाईदो प्रांत में नागरिकों की काफी परेशानी हुई। लेकिन, उत्तर कोरिया की मिसाइल जापान की हवाई सीमा में प्रवेश करने से पहले ही गिरने से बड़ी अनहोनी टली।

लेकिन, उत्तर कोरिया का यह मिसाइल परीक्षण उकसाने वाला था, ऐसी आलोचना दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने की है। वहीं, जापान की सरकार ने उत्तर कोरिया का यह परीक्षण प्रक्षोभर और इस क्षेत्र में तनाव बढ़ानेवाला था, ऐसा कहा। साथ ही उत्तर कोरिया के इन मिसाइलों पर जवाब देने की एवं किसी भी तरह की यकायक खड़ी होने वाली स्थिति का मुकाबला करने की तैयारी रखे, ऐसे आदेश जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने दिए हैं।

इसी बीच, उत्तर कोरिया एवं चीन के मिसाइल हमलों का खतरा रेखांकित करके जापान की सरकार ने बम शेल्टर्स बनाने की सूचना की हैैं। अमरीका, रशिया की तरह अपने देश में जनता की सुरक्षा के लिए बम शेल्टर्स ना होने की चिंता जापान के नेता व्यक्त कर रहे हैं। राजधानी टोकियो के साथ अन्य प्रमुख शहर एवं लंबी दूरी पर स्थित गांव की जनता के लिए भी इस तरह के आवास की सुविधा उपलब्ध की जाए, इसके लिए जापान ने कदम बढ़ाए हैं। चीन और उत्तर कोरिया के मिसाइल हमलों के खतरे को नकारा नहीं जा सकता, इसका भरोसा जापान को होता दिख रहा है।

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