उड़न तश्तरियों का अध्ययन करने के लिए अमरिकी रक्षा विभाग ने बनाया नया ‘टास्क फोर्स’

वॉशिंग्टन – परग्रहनिवासी एवं उड़न तश्तरियों से संबंधित सामने आ रही जानकारी के अध्ययन के लिए अमरिकी रक्षा विभाग ने नए ‘टास्क फोर्स’ का गठन करने का ऐलान किया है| कुछ महीने पहले ‘ऑफर ऑफ द डायरेक्टर ऑफ नैशनल इंटेलिजन्स’ नामक गुप्तचर यंत्रणा ने पेश की रपट के अनुसार इस ‘टास्क फोर्स’ का गठन हो रहा है, यह जानकारी रक्षा विभाग ने साझा की थी| जून में ‘पेंटॅगॉन’ की रपट में वर्ष २००४ से देखी गई उड़न तश्तरियों की घटनाओं के पीछे परग्रह निवासी होने की संभावना से पूरी तरह से इन्कार नहीं किया जा सकता, यह दावा किया गया था|

अमरिकी रक्षा विभाग बीते कई वर्षों से परग्रह निवासी और उड़न तश्तरियों की जानकारी इकठ्ठी कर रहा है| लेकिन, इस पर सावर्जनिक ऐलान नहीं किया गया था| दिसंबर २०१७ में अमरिकी रक्षा विभाग ने पहली बार पृथ्वी पर देखी गई उड़न तश्तरियों की घटनाओं की जॉंच शुरू करने की बात स्वीकारी थी| तब अमरिकी रक्षा विभाग ने वर्ष २००७ से २०१२ के दौरान उड़न तश्तरियों का अध्ययन करने के लिए ‘एडवान्सड् एविएशन थ्रेट आयडेंटिफिकेशन प्रोग्राम’ (एएटीआयपी) शुरू करने की जानकारी भी साझा की थी|

बीते वर्ष रक्षा विभाग ने ‘अनआयडेंटिफाईड एरियल फेनॉमेनॉ टास्क फोर्स’ का गठन किया था| नया टास्ट फोर्स इसी गुट की उन्नत आवृत्ति है| नए टास्क फोर्स का नाम ‘एअरबोर्न ऑब्जेक्ट आयडेंटिफिकेशन ऐण्ड मैनेजमेंट सिंक्रोनाइज़ेशन ग्रूप’ (एओआयएमएसजी) रखा गया है| इस टास्क फोर्स को उड़न तश्तरियों की हरएक घटना की जानकारी पाना, इसका विश्‍लेषण करके अन्य विभागों से समन्वय रखने के अलावा ऐसी घटनाओं से होनेवाले खतरों की पृष्ठभूमि पर नीति तय करने का ज़िम्मा संभालना है| अमरिकी उप-रक्षामंत्री कैथलीन हिक्स ने यह जानकारी साझा की|

बीते कुछ वर्षों में अमरीका के कुछ अधिकारी एवं सांसद लगातार परग्रह निवासी और उड़न तश्तरियों का मुद्दा उठा रहे हैं| वर्ष २०१७ और २०१८ में अमरिकी प्रसारमाध्यम एवं कुछ गुटों ने उड़न तश्तरियों के वीडियो भी जारी किए थे| सितंबर २०१९ में अमरिकी नौसेना ने इन वीडियोज् में सच्चाई होने की बात भी स्वीकारी थी|

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