ताइवान पर कब्ज़ा करने के लिए सैन्य बल का इस्तेमाल करेंगे – चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग की चेतावनी

बीजिंग – ‘ताइवान मसले का हल निकालना चीन का मुद्दा है और इसका हल चीन से ही निकाला जाएगा। हम ताइवान के लिए शांति के मार्ग से और ईमानदारी से पूरी कोशिश करेंगे, लेकिन सैन्य बल का इस्तेमाल नहीं करेंगे, ऐसा बचन चीन नहीं देगा। ज़रूरत पडने पर हर तरह की कार्रवाई करने का विकल्प चीन के पास है’, ऐसी चेतावनी चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने दी। राजधानी बीजिंग में जारी शासक कम्युनिस्ट पार्टी के अधिवेशन में ताइवान के मुद्दे पर चेतावनी देने के साथ ही अमरीका एवं अन्य देशों के हस्तक्षेप की भी उन्होंने आलोचना की। जिनपिंग के इस बयान पर ताइवान का बयान सामने आया है। ताइवान की जनता संप्रभुता के मुद्दे पर कोई भी समझौता नहीं करेगी, ऐसी चेतावनी ताइवान सरकार ने दी है।

बीजिंग में हो रहे अधिवेशन में जिनपिंग ने हाँगकाँग पर चीन का नियंत्रण स्थापित होने की प्रक्रिया पूरी हुई, यह ऐलान किया। साथ ही ताइवान के लिए चीन कोशिश कभी बंद नहीं करेगा, यह इशारा भी दिया। ताइवान का मुद्दा चीन की एकजुट और संप्रभुता से जुड़ा है और बीते कई सालों से ताइवान की अलगाववादी ताकतों के खिलाफ चीन संघर्ष कर रहा है, ऐसा दावा चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने किया। ताइवान के लिए ताकत का इस्तेमाल करने के संकेत देने के साथ ही चीन के रक्षाबलों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने की गवाही भी उन्होंने दी। सन 2027 तक चीनी रक्षाबलों के आधुनिकीकरण का अभियान पूरा होगा, यह दावा भी जिनपिंग ने किया।

कोरोना की महामारी के खिलाफ चलाई गई ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ और अन्य निर्णयों की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था में फिलहाल बड़ी उथल-पुथल हो रही है। जिनपिंग और कम्युनिस्ट पार्टी के निर्णयों की वजह से चीनी जनता का अंसतोष बढ़  रहा है, यह वृत्त भी सामने आ रहा है। कुछ दिन पहले जिनपिंग के खिलाफ कथित विद्रोह की खबरें भी प्रसिद्ध हुई थी। इस पृष्ठभूमि पर इस बार कम्युनिस्ट पार्टी का अधिवेशन ध्यान आकर्षित कर रहा है और जिनपिंग इसके माध्यम से अपनी पकड़ दिखाने की कोशिश करेंगे, यह दावा विश्लेषक कर रहे हैं। ताइवान के खिलाफ सैन्य बल का प्रयोग करने के विकल्प को लेकर दिया इशारा इसी का हिस्सा दिख रहा है।

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