जापान पर हमला होगा या युद्ध में खिंचा जाएगा – ८६ प्रतिशत जापानी नागरिकों का ड़र

टोकियो – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ता तनाव, संयुक्त राष्ट्र संघ की निर्णय क्षमता की कमियां और रक्षा तैयारी के लिए जापान की अन्य देशों पर निर्भरता, इन प्रमुख कारणों की वजह से आनेवाले दिनों में जापान पर हमला होगा या हमारा देश युद्ध में खिंचा जा सकता है। जापान के पांच में से चार नागरिकों को यह ड़र सता रहा है, यह जानकारी सरकारी सर्वे से सामने आयी है। साल २०१८ की तुलना में जापान पर हमला होने की संभावना बढ़ने की चिंता जापान की यंत्रणा व्यक्त कर रही है।

जापान का मंत्रिमंड़ल हर चार साल बाद ई-मेल के माध्यम से सर्वेक्षण करता है। दो महीने पहले १८ साल से अधिक आयु के तीन हज़ार लोगों ने जापान की सुरक्षा के खतरे के मुद्दे पर सर्वेक्षण किया। इसमें ८६.२ प्रतिशत लोगों ने जापान पर हमला होने की या अपना देश युद्ध में खिंचा जाने की संभावना जताई। रशिया-युक्रेन युद्ध, चीन की सैन्यकी आक्रामकता और उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों की वजह से जापान पर हमला होने की संभावना बढ़ी है, ऐसा जापानी जनता ने इस सर्वेक्षण में कहा है।

साल २०१८ में किए गए सर्वेक्षण में ८५.५ प्रतिशत लोगों ने युद्ध का खतरा बढ़ने का बयान किया था। लेकिन, इस बार लगभग ८५.७ प्रतिशत लोगों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ता तनाव इसके पीछे की वजह होने की बात कही है। इसी बीच ३८.२ प्रतिशत लोगों ने जापान पर युद्ध का संकट संयुक्त राष्ट्रसंघ की कार्यपद्धति में कमियां, निर्णय क्षमता की खामियों के कारण बढ़ा है, ऐसा विचार रखा है। इसी बीच २८.२ प्रतिशत नागरिकों ने इस सर्वेक्षण में कहा है कि, जापान आत्मरक्षा के लिए तैयार नहीं है।

अमरीका के साथ किया गया रक्षा समझौता जापान के लिए सहायक होने का विचार ८९.७ प्रतिशत जापानी जनता रखती है। ९.१ प्रतिशत जनता ने यह समझौता जापान के लिए सहायक नहीं होगा, ऐसा स्पष्ट कहा है। उत्तर कोरिया का परमाणु एवं मिसाइल परीक्षण, जापान से ईस्ट और साउथ चाइना सी क्षेत्र में चीन की आक्रामक सैन्य गतिविधियां और रशिया का यूक्रेन पर हमला, ऐसी प्रमुख रक्षा संबंधी समस्याएं जापान के सामने हैं। इस खतरे की पृष्ठभूमि पर अपने देश के पास ज़रूरी हथियारों की तैयारी न होने की सोच ५३ प्रतिशत जापानी देश रखते हैं। चार साल पहले की तुलना में जापान की जनता को अपने देश की रक्षा तैयारी पर भरोसा घटने की बात भी इस सर्वेक्षण से सामने आयी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.