इस्रायल-सौदी सहयोग से पैलेस्टिन का विवाद खत्म होगा – इस्रायल के नियुक्त प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू

जेरूसलम – अन्य अरब देशों की तरह सौदी अरब और इस्रायल सहयोग स्थापित हुआ तो सभी मसलों का हल प्राप्त हो जाएगा। पिछले कई सालों से जारी इस्रायल-पैलेस्टिन संघर्ष हमेशा के लिए खत्म होगा। इससे सबसे ज्यादा लाभ सौदी का होगा, यह विश्वास इस्रायल के नियुक्त प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने व्यक्त किया। दो साल पहले अरब देशों के साथ अब्राहम समझौते के माध्यम से सहयोग स्थापित करने वाले नेत्यान्याहू ने यह दावा किया कि, जल्द ही सौदी भी इस समझौते का हिस्सा होगा।

अगले कुछ ही दिनों में नेत्यान्याहू अपनी सरकार गठित कर रहे हैं। नेत्यान्याहू की सरकार में जहाल विचारधारा के नेताओं को अवसर प्राप्त हो सकता है, ऐसा दावा हो रहा है। ऐसा हुआ तो अमरीका, यूरोपिय देश एवं खाड़ी के मित्र एवं सहयोगी देश प्रतिक्रिया दर्ज़ कर सकते हैं। इस वजह से नेत्यान्याहू की नई सरकार और विदेश नीति क्या होगी, इसे उत्सुकता से देखा जा रहा है। इस्रायल के पॉडकास्ट में बोलते हुए बेंजामिन नेत्यान्याहू ने अब्राहम समझौता और सौदी अरब एवं रशिया संबंधित अपनी भूमिका स्पष्ट की।

सबसे पहले इस्रायल और अरब देशों के अब्राहम समझौते के मुद्दे पर नेत्यान्याहू ने अपने विचार रखे। ‘यूएई, बहरीन, सुड़ान और मोरोक्को इन चार अरब देशों ने इस्रायल के साथ अब्राहम समझौता किया हैं। लेकिन सौदी अरब की मंजूरी के बिना अरब देशों ने यह समझौता किया ही नहीं होता। क्यों कि, खाड़ी के बड़े पड़ोसी सौदी का इस सहयोग को लेकर विचार लिए बिना अरब देश यह कदम उठा ही नहीं सकते। सौदी भी इस सहयोग के लिए सकारात्मक था, यह पुख्ता कह सकते हैं’, ऐसा दावा नेत्यान्याहू ने किया।

आनेवाले दिनों में अन्य अरब देशों की तरह इस्रायल-सौदी सहयोग स्थापित हुआ तो इससे सभी मसले दूर होंगे, यह भी नेत्यान्याहू ने कहा। ‘इस्रायल के सहयोग की वजह से सौदी के लिए रेल सेवा खुली होगी, साथ ही सौदी के कारोबारियों को इस सहयोग से लाभ प्राप्त होगा। इस्रायल के नवीनतम अनुसंधान और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना सौदी को भी मुमकिन होगा’, इस पर नेत्यान्याहू ने ध्यान आकर्षित किया। नेत्यान्याहू ने बतौर प्रधानमंत्री पहले भी यह बयान किया था कि, खाड़ी के अन्य देश भी अब्राहम समझौते का हिस्सा होने के लिए उत्सुक हैं और इसमे सौदी का समावेश है।

इस्रायल-सौदी के बीच खुला सहयोग नहीं है, लेकिन दोनों देशों की यंत्रणा और अधिकारियों के बीच छुपा सहयोग होने की खबरें प्रश्चिमी माध्यमों में प्रसिद्ध हुई थी। न्यूयॉकर्ओ, लंदन में आयोजित रक्षा संबंधित बैठकों में इस्रायल और सौदी के अधिकारियों की चर्चा होने की बात इन खबरों में कही गई थी। ईरान के मसले पर इस्रायल और सौदी का सहयोग होने का दावा भी कुछ माध्यमों ने किया था। साल २०२० के नवंबर महीने में सौदी के निओम शहर का छुपा दौरा करके क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात करने की खबरें इस्रायली माध्यमों ने ही प्रदान की थी। लेकिन, इसपर बयान करने से दोनों देश दूर रहे थे।

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