‘आयएस’ दुनियाभर मे नया नेटवर्क निर्माण कर रहा है- रशिया के अंतर्गत सुरक्षा यंत्रणा के प्रमुख का इशारा

मॉस्को: इराक और सीरिया मे खिलाफत निर्माण करने के लिए ‘आयएस’ का प्रयत्न फसा है, फिर भी यह आतंकवादी संगठन खत्म नहीं हुई है। आयएस दुनिया भर मे आतंकवाद का नया जाल बुन रही है, ऐसा इशारा रशिया के अंतर्गत रक्षा यंत्रणा के प्रमुख एलेग्जेंडर बोर्तनिकोव्ह ने दिया है। उस के साथ आयएस ने अफगानिस्तान मे अपने पकड़ मजबूत की है और यह संघटना भारत, चीन, ईरान एवं मध्य एशियाई देशों मे अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए प्रयत्न कर रही है, ऐसी आशंका बोर्तनिकोव्ह ने जताई है।

इराक और सीरिया मे खिलाफत

३ वर्ष पहले आयएस ने सीरिया के राक्का यह खिलाफत की राजधानी और इराक मे ‘मोसुल उपराजधानी के तौर पर घोषित की थी। उसके बाद आयएस ने राक्का से मोसुल तक का अधिकांश भूभाग जीतकर सनसनी फैलाई थी। पर पिछले कई महीनों मे आयएस इराक से पीछे हटने का दावा इराकी सरकार एवं अमरीकी यंत्रणा कर रही है। तथा आयएस को वापस भेजने के लिए सिरियन राष्ट्राध्यक्ष अस्साद ने सीरिया के ८५ प्रतिशत भूभाग पर कब्जा प्राप्त किया है। जल्द ही सीरिया मे अन्य भागों पर भी लश्कर कब्ज़ा पाएगी ऐसा दावा रशिया ने किया है।

इराक एवं सीरिया के संघर्ष मे आयएस का पराजय हुआ है फिर भी यह संघटना अधिक बड़ा आतंकवादी नेटवर्क तैयार करने का दावा फ़ेडरल सिक्योरिटी सर्विसेस के प्रमुख बोर्तनिकोव्ह ने किया है। आयएस को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन बनाने का काम, आएएस के प्रमुख ने अपने आतंकियों पर सौंपा है। उसकी वजह से आयएस आज भी वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा होने का इशारा बोर्तनिकोव्ह ने रशिया मे आयोजित रक्षा यंत्रणा के अंतरराष्ट्रीय बैठक मे बोलते हुए कहा है। इस बैठक मे रशिया के साथ ७३ देशों के अधिकारी शामिल हुए थे।

इस के लिए आयएस के नेता तथा दुनियाभर के अन्य आतंकी संगठन एक साथ मिलकर दुनिया भर के आतंकवादियों का नेटवर्क निर्माण करने की शुरुआत की है। इस के लिए आयएस एवं अन्य संगठन के आतंकी खाड़ी क्षेत्र छोड़कर अन्य देशों मे फैले होने का दावा बोर्तनिकोव्ह को ने किया है।

सभी क्षेत्रों मे अस्थिरता निर्माण करके संघर्ष भड़काने की जिम्मेदारी आयएस ने इन आतंकवादियों पर सौंपी है। पिछले वर्ष मे आयएस ने अफगानिस्तान, सीरिया इराक, ईरान, इजिप्त के साथ रशिया, ब्रिटन, स्पेन, स्वीडन, फिनलैंड, तुर्की, माली और अन्य देशों मे किए हमले यह सबूत होने का दावा रशियन अधिकारी ने दिया है। उसके साथ आयएस ने अफगानिस्तान, येमेन, अफ्रीका और उत्तर पूर्व एशियाई देशों मे अपनी पकड़ मजबूत करने की जानकारी बोर्तनिकोव्ह ने दी है।

दौरान साइबर क्षेत्र मे भी आयएस से खतरा होने का इशारा रशियन अधिकारी ने दिया है।

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