प्रदर्शनों के दबाव में ईरान की हुकूमत ने दिखाई समझौते की तैयारी

तेहरान – हिज़ाबसख्ति के खिलाफ महिलाओं और युवाओं के प्रदर्शनों के पीछे विदेशी शक्ति का हाथ होने का बयान करके इन प्रदर्शनों को कुचलने की मंशा से सख्त कार्रवाई करने वाली ईरानी हुकूमत ने अपनी भूमिका अब कुछ हद तक सौम्य की है। हिजाब संबंधी कानून पर फिर से सोच-विचार करने का निर्णय ईरान सरकार ने लिया है। साथ ही युवावर्ग के असंतोष का विषय बने ‘मॉरलिटी पुलिस युनिटस्‌‍’ को बरखास्त करने के संकेत ईरान सरकार ने दिए हैं। लेकिन, ईरान सरकाह की समझौता करने की तैयारी के बावजूद प्रदर्शनकारी इस पर भरोसा करने के लिए तैयार नहीं हैं। बल्कि, सोमवार से अगले तीन दिनों के लिए व्यापारियों को राष्ट्रव्यापी हड़ताल करने का आवाहन प्रदर्शनकारियों ने किया है।

पिछले ११ हफ्टों से ईरान में हिज़ाबसख्ति के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों में अब तक ४०० लोग मारे जाने का दावा प्रदर्शनकारी एवं अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन कर रहे हैं। इनमें ६० बच्चों का समावेश होने की जानकारी भी सामने आयी थी। लेकिन, ईरान सरकार ने प्रदर्शनों को दंगों का नाम देकर इसमें २०० लोगों के मारे जाने का बयान किया है।

साथ ही ईरान की छात्राएं, महिलाएं, युवावर्ग के इन नेतृत्वहिन प्रदर्शनों के पीछे विदेशी ताकत का हाथ होने का आरोप ईरान ने अमरीका, इस्रायल, सौदी अरब और यूरोपिय देशों पर लगाया था। पिछले दो महीनों में ईरानी सुरक्षा यंत्रणाओं ने हुकूमत विरोधी प्रदर्शनों का समर्थन करने के मामले में १६ हज़ार से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था।

ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ से संबंधित न्यायप्रणाली ने इनमें से कई लोगों को मृत्युदंड़ की सज़ा सुनाई है। इसके अलावा इन प्रदर्शनों का हिस्सा बने खिलाड़ी, कलाकार और प्रभावी लोगों पर कार्रवाई की गई थी। इसके बावजूद प्रदर्शनों पर असर नहीं पडा। उल्टा ईरान के सभी स्तरों के धार्मिक नेता एवं सत्ता का हिस्सा बने परिवार भी प्रदर्शनकारियों के समर्थन में उतरने की खबरें प्राप्त हो रही हैं।

प्रदर्शनकारियों को सुनाई गई मृत्युदंड़ की सज़ा रद्द करने की मांग ईरान के सुन्नीपंथी वरिष्ठ धार्मिक नेता ने की है। इसी बीच ईरान के सिस्तान-बलुचिस्तान के सुन्नीपंथी महिलाएं भी इन प्रदर्शनों में शामिल हो रही हैं। यह गतिविधियां ध्यान आकर्षित करती हैं, ऐसा अंतरराष्ट्रीय माध्यमों का कहना है।

इसके कुछ घंटों बाद ईरान सरकार ने ‘मॉरलिटी पुलिस युनिटस्‌‍’ बरखास्त करने के संकेत दिए। साथ ही हिजाब संबंधित कानून पर फिर से सोच-विचार करने का आश्वासन ईरान के एटर्नी जनरल मोहम्मद जफर मोंटाजेरी ने दिया। इसके बावजूद ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ ने प्रदर्शनकारियों को दबोचना जारी रखा है, ऐसा दावा किया जा रहा है।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.