प्रदर्शनकारियों पर सख्त कार्रवाई करके ईरानी यंत्रणा प्रदर्शनों को कुचलने की कोशिश में – अंतरराष्ट्रीय माध्यमों का आरोप

दुबई/तेहरान – ‘झूठे और आकर्षित करने की सहायता से ईरान की जनता को गुमराह करके सरकार का तख्ता पलटना संभव होगा, ऐसा ईरान के शत्रु सोचते थे। उनकी यह साज़िश पूरी तरह से नाकाम हुई है’, ऐसा दावा ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने किया। राष्ट्राध्यक्ष रईसी यह दावा कर रहे हैं पर वास्तव में ईरान में प्रदर्शनों की तीव्रता बढ़ती जा रही है। ईरान की सुरक्षा यंत्रणा प्रदर्शनकारी एवं उनके समर्थकों पर कार्रवाई करके इन प्रदर्शनों को कुचलने की कोशिश कर रही है। घायल प्रदर्शनकारियों का इलाज करने वाले डाक्टर्स एवं प्रदर्शनकारियों की रिहाई की कोशिश करने वाले वकीलों पर भी ईरान की यंत्रणा निर्दयता से कार्रवाई कर रही है।

पिछले तीन महीनों से ईरान में हिजाब सख्ति के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। ईरान का हर वर्ग इन प्रदर्शनों का समर्थन कर रहा है। महिलाओं के अधिकार, लोकतंत्र जैसी मांगो के लिए शुरू हुए इन प्रदर्शनों ने ईरान की हुकूमत की नींदें उड़ाने का दावा किया जा रहा है। इन प्रदर्शनों की वजह से हमारी सरकार को कुछ फर्क नहीं पड़ता, ऐसा ईरान सरकार कह रही है, फिर भी इन प्रदर्शनों को कुचलने के लिए ईरान की सुरक्षा यंत्रणाओं ने सक्त कार्रवाई शुरू की है।

इस कार्रवाई मेम अब तक ६८ बच्चों के अलावा ४५० से अधिक की मौत हुई है और १८ हज़ार से अधिक प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की गई है। इनमें से २६ से ४० लोगों को फांसी की सज़ा सुनाई गई है, ऐसा दावा स्थानीय मानव अधिकार संगठन कर रहा है। इनमें से तीन को शीघ्रता से फांसी देकर ईरान सरकार ने प्रदर्शनों को कुचलने की तैयारी की थी। ऐसे में ईरान में प्रदर्शनों की तीव्रता बढ़ने की खबरें सामने आ रही हैं।

ईरान के सिस्तान-बलुचिस्तान प्रांत की जनता सरकार विरोधी प्रदर्शनों में काफी बडी संख्या में उतरी है। इसी बीच ईरान के पूर्व और पश्चिमी अज़रबैजान प्रांत में भी हिजाब सख्ति विरोधी प्रदर्शनों का जोर बढ़ा है। ईरान के सिनेमा और क्रिड़ा क्षेत्र से संबंधित कलाकार और खिलाड़ी इन प्रदर्शनों को खुलेआम समर्थन दे रहे हैं। इस मामले में ईरान की सुरक्षा यंत्रणा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नामांकित अभिनेत्री तारानेह अलीदुस्ती को हिरासत में लिया है। कुछ दिन पहले ईरान की यंत्रणाओं ने नामांकित फूटबॉल खिलाड़ी को फांसी की सज़ा सुनाई थी।

ईरान की हिरासत से प्रदर्शनकारियों को रिहा करने में जुटे हुए वकील और इसकी खबर देने वाले पत्रकारों को भी सुरक्षा बलों ने गिरफ्तार करने का दावा ब्रिटेन स्थित ईरान वृत्तसंस्था ने किया है। घायल प्रदर्शनकारी का इलान करने वाली महिला डॉक्टर अईदा रोस्तामी को हिरासत में लेकर ईरानी यंत्रणाओं ने उसे प्रताड़ित किया। इस दौरान डॉक्टर रोस्तामी की मौत हुई, यह आरोप लगाया जा रहा है।

इसी बीच, हिजाब सख्ति विरोधी इन प्रदर्शनों के अलावा ईरान सरकार को और दो चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ईरान की ईंधन कंपनियों के कर्मचारियों ने शनिवार से वेतन बढ़ोतरी के लिए प्रदर्शन शुरू किए हैं। इसका सीधा असर ईरान के दक्षिणी ओर स्थित ईंधन कंपनियों के उत्पादन पर पड रहा है। ऐसे में देशव्यापी प्रदर्शनों की वजह से पिछले तीन महीनों से ईरान की मुद्रा रियाल के मूल्य में २० प्रतिशत गिरावट आने का दावा किया जा रहा है।

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