ईरान सौदी पर हमला करने की तैयारी में – सौदी की गुप्तचर यंत्रणा का दावा

रियाध/वॉशिंग्टन – जल्द से जल्द या महज ४८ घंटों के भीतर ईरान सौदी अरब पर हमला करेगा, ऐसा सौदी की गुप्तचर यंत्रणा ने अमरीका को सूचित किया था। इसके बाद बायडेन प्रशासन ने खाड़ी क्षेत्र में तैनात अपने सैनिकों की सुरक्षा के लिए अमरीका विशेष अधिकारों का इस्तेमाल करेगी, यह चेतावनी दी थी। पिछले कुछ दिनों से ईरान सौदी पर हमला करने से संबंधित खबरें प्राप्त हो रही हैं। ईंधन उत्पादन कम करने का निर्णय पीछे लेने के लिए अमरीका ने की हुई माँग से इन्कार करने वाले सौदी को इसकी कीमत चुकानी होगी, ऐसी चेतावनी बायडेन प्रशासन ने दी थी। साथ ही सौदी को अमरीका ने प्रदान की हुई सुरक्षा हटाएँ, ऐसी माँग अमरिकी सीनेटर्स करने लगे हैं। इस वजह से ईरान का संभावित हमला यानी सौदी को चुकानी होनेवाली कीमत होगी, ऐसी संभावना भी इससे सामने आ रही है।

पिछले छह हफ्तों से भी अधिक समय से ईरान में प्रदर्शन शुरू हैं। इसके पीछे अमरीका, इस्रायल के साथ सौदी की गुप्तचर यंत्रणा का भी हाथ होने का आरोप ईरान ने लगाया था। सौदी की हुकूमत को इसकी कीमत चुकानी होगी, ऐसी धमकी ईरान ने दी थी। इस पृष्ठभूमि पर पश्चिमी माध्यमों में ईरान सौदी पर हमला करने की तैयार में होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। सौदी की गुप्तचर विभाग ने ही यह जानकारी अमरीका के साझा करने का दावा माध्यमों ने किया था। लेकिन, अब पेंटॅगॉन ने इसपर प्रतिक्रिया दर्ज़ करने से इस दावे की गंभीरता बढ़ी हैं।

पेंटॅगॉन के माध्यम सचिव ब्रिगेडिअर जनरल पैट रायडर ने खाड़ी के खतरे को लेकर अमरीका को चिंता सता रही है, ऐसा कहा। साथ ही ‘पेंटॅगॉन सौदी के सहयोगियों के संपर्क मे हैं। पहले कहा था उस तरह से इराक या अन्य कहीं पर भी अमरीका के सैनिक तैनात होंगे तो उनकी सुरक्षा के लिए अमरीका विशेष अधिकारों का इस्तेमाल करेगी’, ऐसा रायडर ने कहा। अमरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने भी सौदी को होने वाले खतरे पर चिंता जतायी। लेकिन, अमरीका के पेंटॅगॉन या विदेश विभाग ने कही पर भी सौदी की सुरक्षा के लिए अमरीका पहुँचेगी, ऐसी प्रतिक्रिया बयान नहीं की है, इसपर विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

पिछले कुछ हफ्तों से बायडेन प्रशासन और सौदी अरब के बीच तनाव निर्माण हुआ हैं। बीते महीने ओपेक प्लस की बैठक में ईंधन उत्पादन की बड़ी कटौती करने का निर्णय हुआ। बायडेन प्रशासन ने इसके लिए सौदी को ज़िम्मेदार बताकर ईंधन उत्पादन कम करने का निर्णय पीछे लेने के लिए सौदी पर दबाव बनाया। हमारी माँग अनदेखा करने की बड़ी कीमत चुकानी होगी, ऐसी चेतावनी बायडेन प्रशासन से संबंधित अधिकारी ने दी थी। साथ ही सौदी को प्रदान होने वाली पैट्रियॉट मिसाइल यंत्रणा वहां से हटाने की अमरिकी सिनेटर्स की माँग पर गंभीरता से विचार होने के संकेत भी दिए थे।

अमरीका ने सौदी में तैनात पैट्रियॉट यंत्रमा हटाई तो येमन में स्थित ईरान से जुड़े हौथी विद्रोही सौदी पर ड्रोन्स और मिसाइल्स हमलें करेंगे, ऐसी चेतावनी पेंटॅगॉन के कुछ अधिकारियों ने दी थी। ऐसा हुआ तो सौदी के साथ वहां पर तैनात अमरिकी सैनिकों की सुरक्षा के लिए भी खतरा होगा, इसपर इन अधिकारियों ने ध्यान आकर्षित किया था। इसपर सौदी और खाड़ी क्षेत्र में तैनात अमरिकी सैनिकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक निर्णय करेंगे, ऐसा बयान पेंटॅगॉन ने अधिकृत स्तर पर किया है। इसके ज़रिये सौदी की सुरक्षा के लिए अमरीका प्रतिबद्ध नहीं, यह चेतावनी अमरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन दे रहा हैं।

इसी बीच सौदी पर होनेवाले हमले को लेकर पेंटॅगॉन और अमरिकी विदेश विभाग बयान कर रहे हो, फिर भी सौदी या खाड़ी में मौजूद अमरिकी दूतावास को किसी भी तरह का अलर्ट जारी नहीं किया गया है। साथ ही सौदी और खाड़ी में मौजूद अमरिकी नागरिकों के लिए सुरक्षा संबंधित सूचना भी जारी नहीं की गई है, इस विरोधी स्थिति पर अंतरराष्ट्रीय माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इस वजह से बायडेन प्रशासन सौदी को अपनी माँग ठुकराने के परिणामों का अहसास करा रहा है, यह संकेत भी प्राप्त हो रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.