‘ऑपरेशन दोस्त’ की वजह से भारत की प्रतिमा अधिक चमकी – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली – तुर्की और सीरिया के प्रलयंकारी भूकंप के बाद भारत ने शुरू किए ‘ऑपरेशन दोस्त’ में शामिल ‘एनडीआरएफ’ एवं भारतीय सेना दल की प्रधानमंत्री ने खुले दिल से सराहना की। स्वदेश लौट आए इन दलों के सदस्यों से मुलाकात करके प्रधानमंत्री ने यह बयान किया कि, ‘आपने मानवता के लिए किए कार्य का पूरे देश को अभिमान हैं।’ आपातकाल में निरपेक्ष सहायता मुहैया करने के लिए सबसे पहले तेज़ी से पहुंच रहे देश के तौर पर भारत की दुनिया भर में बनी प्रतिमा इससे अधिक मज़बूत हुई हैं, यह कहकर प्रधानमंत्री ने इसपर संतोष व्यक्त किया।

‘ऑपरेशन दोस्त’तुर्की और सीरिया को प्रलयंकारी भूकंप ने ६ फ़रवरी को दहलाय दिया था और इससे हुई तबाही में ४५ हज़ार से भी अधिक लोगों की मौत हुई हैं। हज़ारों इमारतें ढ़हने से मलबे के नीचे दबे लोगों की संख्या काफी ज्यादा होने की बात सामने आयी थी। ऐसी स्थिति में तुर्की और सीरिया को शीघ्रता से सहायता मुहैया करने के लिए भारत ने पहल की। भारतीय वायु सेना के भारी सामान की यातायात कर रहे ‘सी १७ ग्लोबमास्टर’ विमानों ने मानवीय सहायता के साथ तुर्की की दिशा में उड़ान भरी थी। साथ ही भारत के ‘राष्ट्रीय आपदा मोचन दल’ (एनडीआरएफ) एवं भारतीय सेना के वैद्यकिय दल भी तुर्की और सीरिया में शुरू राहतकार्य में शामिल हुए।

इन दोनों देशों में भारत ने किए राहतकार्य और वैद्यकीय सहायता का संज्ञान पूरे विश्व ने लिया। तुर्की के इस्केन्दरू में भारतीय दल ने ३० बेड के फिल्ड अस्पताल का बड़ी शीघ्रता से निर्माण किया। वहां पर करीबन चार हज़ार लोगों का इलाज़ हुआ। साथ ही ढ़ही इमारतों के मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने के लिए भारतीय दल ने अनमोल सहायता की। ‘एनडीआरएफ’ दल के साथ पहुंचे श्वानों की इस कार्य में बड़ी सहायता हुई थी। इस सहायता के साथ भारत से प्राप्त हुई राहत सहायता के लिए तुर्की ने भारत का आभार जताया था।

तुर्की ने भारत के विरोध में अपनाई भूमिका का विचार किए बिना भारत ने यह मानवीय सहायता प्रदान की है। तुर्की की जनता ने इसके लिए कृतज्ञता व्यक्त की है और स्वदेश लौट रहे भारतीय दल को तुर्की के भूकंप पीड़ितों ने बड़ी भावुकता के साथ विदा करने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। इस वजह से पुरी दुनिया में भारत की प्रतिमा अधिक चमकी है। प्रधानमंत्री ने ‘एनडीआरएफ’ एवं राहतकार्य में शामिल अन्य दलों की भी सराहना करते हुए इस कार्यका का दुनिया भर में काफी बड़ा प्रभाव होने का अहसास कराया।

आपदा के समय मानवीय सहायता लेकर सबसे पहले पहुंच रहे निरपेक्ष देश के तौर पर पूरे दुनिया से भारत को बड़े विश्वास से देखा जा रहा हैं। नेपाल का भूकंप हो या मालदीव, श्रीलंका का संकट हो, भारत हमेशा से ही सहायता करने के लिए आगे आनेवाला देश है। पूरे विश्व को अपना परिवार समझ रहा भारत इस परिवार का कोई सदस्य संकट में होते हुए सबसे पहले सहायता प्रदान करता है, यही इस अवसर पर फिर से साबित हुआ हैं, ऐसा दावा प्रधानमंत्री ने किया। भारत का तिरंगा लेकर हम जब भी किसी मानवीय सहायता के लिए पहुंचते हैं तब आपाद में फंसे लोगों को राहत मिलती हैं और हमारा बड़े विश्वास के साथ स्वागत होता है, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा है।

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