भारत का रुपया जल्द ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बनेगा – केंद्रीय व्यापार मंत्री पियूष गोयल

राजकोट – भारत का अंतरराष्ट्रीय व्यापार जल्द ही रुपये के ज़रिए होगा। इसके लिए अन्य देशों के बैंक भारतीय बैंकों में वोस्त्रो खाते शुरू कर रहे हैं। इसके लिए रिज़र्व बैंक के पास १८ देशों की ६० विदेशी बैंकों ने अनुमति मांगी है। इन देशों में ब्रिटेन, सिंगापुर और न्यूज़ीलैण्ड के भी समावेश की जानकारी केंद्रीय व्यापार मंत्री पियुष गोयल ने साझा की। साथ ही भारत प्रमुख देश और देशों की संगठनों के साथ मुक्ता व्यापार समझौता करने के लिए बातचीत कर रहा है और यह समझौते हुए तो इससे देश को काफी बड़ा लाभ प्राप्त होगा, यह विश्वास व्यापार मंत्री ने व्यक्त किया। खास तौर पर भारतीय वस्त्र उद्योग को इससे खास लाभ होगा, ऐसा केंद्रीय व्यापार मंत्री ने आगे कहा।

गुजरात में आयोजित वस्त्रोद्योग से संबंधित कार्यक्रम में बोलते समय व्यापार मंत्री ने यह जानकारी साझा की। भारत के रुपये से व्यापार करने के लिए प्रमुख देश भी उत्सुक हैं। इससे रुपया जल्द ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बन जाएगा, यह विश्वास पियुष गोयल ने व्यक्त किया। इसके लिए प्रमुख देशों ने कदम उठाए हैं और रिज़र्व बैंक इन देशों की केंद्रीय बैंकों से चर्चा कर रही है, ऐसा व्यापार मंत्री गोयल ने कहा। भारत का रुपया इस तरह से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है और तभी प्रमुख देश और उनकी संगठनों से भारत मुक्त द्वारा व्यापार की चर्चा की जानकारी भी पियुष गोयल ने साझा की।

यूरोपिय महासंघ, ब्रिटेन और कनाड़ा के साथ भारत के मुक्त व्यापार समझौते की चर्चा प्रगति पथ पर है। साथ ही यूरोपियन फ्री ट्रेड असोसिएशन फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (इएफटीए) एवं गल्फ को-ऑपरेशन काउन्सिल (जीसीसी) और यूरेशियन इकॉनॉमिक युनियन के साथ भी भारत मुक्त व्यापार समझौते की बातचीत कर रहा है। इसका दाखिला देते हुए पूरे विश्व को भारत के साथ भागीदारी विकसित करनी है, इसका अहसास व्यापार मंत्री ने इस दौरान कराया। साथ ही इससे भारतीय उद्योग क्षेत्र को काफी बड़ा लाभ प्राप्त होगा, ऐसा गोयल ने कहा।

वस्त्रोद्योग देश के कृषि और उद्योग के लिए अहम है। लेकिन, पहले के दौर में भारत को वस्त्रोद्योग से संबंधित निर्यात करते समय अन्य देशों के सीमा शुल्क से नुकसान हो रहा था। इसकी तुलना में बांगलादेश अधिक आसानी से वस्त्रोद्योग से संबधित निर्यात कर रहा था। लेकिन, यूएई और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के साथ भारत के मुक्त व्यापार समझौते के बाद वस्त्रोद्योग से संबंधित इन देशों में भारत का निर्यात काफी बढ़ेगा, यह दावा पियुष गोयल ने किया।

इसी बीच, देश में कपास फिलहाल रोग के चपेट में है और इससे कपास का उत्पादन बाधित होगा, यह चिंता जताई जा रही है। इस पर कृषि मंत्रालय और अन्य संबंधित विभाग मिलकर हल ढूंढेंगे, यह दावा भी केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान किया।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.