भारत सामरिक स्थिति पलटाने की तैयारी में – पाकिस्तानी लष्कर के जनरल हयात का आरोप

इस्लामाबाद – अपना लष्करी सामर्थ्य बढ़ाकर भारत इस क्षेत्र में सामरिक स्थिति पलटाने की तैयारी कर रहा है, ऐसा आरोप पाकिस्तानी लष्कर के जनरल जुबेर महमूद हयात ने किया है। पिछले कई दिनों से पाकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष, विदेश मंत्रालय और अब लष्करी अधिकारी भी भारत सामरिक संतुलन ढहने का आरोप कर रहे है। जनरल हयात ने भारत पर यह आरोप किया है और भारत के इन कार्रवाइयों को उत्तर देने की तैयारी पाकिस्तान के पास होने का दावा किया जा रहा है।

भारत की परमाणु पनडुब्बी आयएनएस अरिहंत ने हालही में पहली गश्ती पूर्ण की है। उसके बाद पाकिस्तान डरा है, ऐसा स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रहा है। तथा भारत में रशिया से एस-४०० हवाई सुरक्षा यंत्रणा एवं फ्रान्स से राफाएल बहुउद्देशीय लड़ाकू विमानों की खरीदारी का करार किया है। अमरिका से भारत को गश्ती एवं हमला करनेवाले अत्याधुनिक ड्रोन मिलने वाले हैं। इसकी वजह से पाकिस्तान डरा है और भारत शस्त्र स्पर्धा भड़का रहा है, ऐसा ढिंढोरा पाकिस्तान ने शुरू किया है। तथा विकसित देश भारत को शस्त्र एवं अत्याधुनिक रक्षा साहित्य प्रदान करके दक्षिण एशिया में परिस्थिति बिगाड़ रहे है, ऐसा आरोप भी पाकिस्तान कर रहा है।

जनरल हयात ने भी इन आरोपों को दोहराया है। पाकिस्तान के सेंटर फॉर इंटरनेशनल स्ट्रैटेजिक स्टडीज इस अभ्यास गटने आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए जनरल हयात ने पाकिस्तान की भारत विषय की चिंता नये से प्रस्तुत की है। भारत का लष्करी सामर्थ्य बड़ी तादाद में बढा रहा है और दक्षिण आशियाई क्षेत्र में सामरिक चित्र बदलने की तैयारी कर रहा है। पर पाकिस्तान भारत के इन कार्रवाइयों को उत्तर देने के लिए तैयारी कर रहा है और भारत के हेतु पाकिस्तान सफल नहीं होने देगा, ऐसा दावा जनरल हयात ने किया है।

भारत को अत्याधुनिक शस्त्र प्रदान करनेवाले देश यहां की परिस्थिति बिगाड़ रहे है, ऐसा आरोप जनरल हयात ने किया है तथा अंतरराष्ट्रीय परमाणु ईंधन प्रदाय देशों के गट (एनएसजी) भारत एवं पाकिस्तान में फर्क न करें ऐसी अति महत्वाकांक्षी अपेक्षा जनरल हयात ने व्यक्त की है। दौरान जनरल हयात तथा अन्य पाकिस्तानी अधिकारी एवं नेता लगातार भारत एवं पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा बराबरी का बर्ताव दे ऐसी मांग करते आ रहे हैं।

चीन जैसे पाकिस्तान का मित्र देश भी पाकिस्तान यह भारत इतना ही महत्वपूर्ण देश होने की बात लगातार कहता आ रहा है। इस द्वारा भारत को कम करना और भारत को अपनी बराबरी करने नहीं देना यह चीन का उद्देश्य है।

पर भारत का सामर्थ्य और पाकिस्तान की क्षमता इसकी तुलना नहीं हो सकती, इसका एहसास अब पाकिस्तान के विश्लेषक अपने देश को दिला रहे हैं। पाकिस्तान यह दूसरों के पास कर्ज की भीख मांगने वाला देश है तथा भारत में निवेश करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्पर्धा शुरू हुई है। वर्तमान घड़ी को भारत को दुखाने का जोखिम कोई भी देश स्वीकारने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए अमरिका ने जारी किए प्रतिबंधों के बाद भी भारत रशिया से एस-४०० यंत्रणा एवं ईरान से इंधन की खरीदारी कर रहा है, इसकी तरफ पाकिस्तान के विश्लेषक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

अमरिका के प्रतिबंधों की परवाह न करनेवाले भारत से कर्ज के लिए याचना करनेवाले पाकिस्तान की बराबरी कैसी हो सकती है, ऐसा सवाल पाकिस्तानी वृत्त माध्यमों से पूछा जा रहा है। इतना ही नहीं तो पाकिस्तान स्थिर एवं एकसंघ रखना है तो भारत के पैर पकड़ने के सिवाय दूसरा कोई विकल्प नहीं है, ऐसा कई पाकिस्तानी विश्लेषकों ने अपने देश को सुझाया है।

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