वैश्विकीकरण एवं मुक्त व्यापार खत्म होने की कगार पर है – सेमीकंडक्टर क्षेत्र की शीर्ष कंपनी ‘टीएसएमसी’ के संस्थापक की चेतावनी

ताइपे – सेमीकंडक्टर क्षेत्र ने पिछले २७ सालों में विश्व के कई बड़े बदलाव का सामना किया है। विश्व की मौजूदा भू-राजनीतिक स्थिति तेज़ी से बदल रही हैं। वैश्विकीकरण एवं मुक्त व्यापार व्यवस्था खत्म होने की कगार पर है। कई लोगों का विश्वास हैं कि, यह सब कुछ पहले जैसा हो जाएगा। लेकिन, स्थिति पहले के स्तर पर नहीं आएगी, इसका अहसास रखना होगा’, ऐसी चेतावनी सेमीकंडक्टर क्षेत्र की शीर्ष कंपनी ‘टीएसएमसी’ के संस्थापक मॉरिस चैंग ने दी। चैंग के इस बयान के पीछे अमरीका और चीन का बढ़ता मुकाबला और व्यापारयुद्ध की पृष्ठभूमि होने की बात सामने आ रही है।

अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन विरोधी शुरू किया व्यापार युद्ध पिछले साल से अधिक से अधिक तीव्र होता दिख रहा है। अमरीका के बायडेन प्रशासन ने प्रौद्योगिकी क्षेत्र के साथ अन्य प्रमुख क्षेत्रों में चीनी कंपनियों पर रोक लगाना शुरू किया हैं और चीनी निवेश पर भी प्रतिबंध लगाने के निर्णय किए हैं। साथ ही चीन में सक्रिया शीर्ष कंपनियों को अमरीका में उत्पादन शुरू करने के लिए सहुलियत देने के साथ दबाव भी बनाया जा रहा हैं।

सेमीकंडक्टर क्षेत्र में विश्व में दूसरे स्थान पर होने वाली ‘ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी’ ने अमरीका में भारी ४० अरब डॉलर्स निवेश करने का ऐलान किया है। इश निवेश से अमरीका के एरिझोना प्रांत में दो बड़े प्रकल्प शुरू किए जाएंगे। पहले प्रकल्प में ‘चार नैनोमीटर फैब’ का उत्पादन किया जाएगा और यह प्रकल्प साल २०२४ में शुरू होगा। दूसरे प्रकल्प में ‘तीन नैनोमीटर फैब’ का निर्माण होगा और यह प्रकल्प साल २०२६ में शुरू होगा, ऐसा कंपनी ने कहा हैं। इनमें से पहला प्रकल्प स्थापित करने संबंधी आयोजित एक समारोह में चैंग ने वैश्विकीकरण एवं मुक्त व्यापार व्यवस्था खत्म होने की कगार पर होने की चेतावनी दी।

कोरोना की महामारी के दौर में वैश्विक सप्लाई चेन बाधित होने से अमरीका और यूरोप के शीर्ष उद्योग क्षेत्र को बड़ा नुकसान पहुँचा था। दूरसंचार, वाहन निर्माण, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, रक्षा क्षेत्र की कंपनियों को अरबों डॉलर्स नुकसान उठाना पड़ा था। कई कंपनियां उत्पादन बंद करने के लिए मज़बूर हुई ती। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के बायडेन प्रशासन ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र के लिए अरबों डॉलर्स सहुलियत देने का ऐलान करके उनसे अमरीका में उत्पादन शुरू करने का आवाहन किया था।

अमरीका के इस आवाहन के बाद सेमीकंडक्टर क्षेत्र की कई कंपनियों ने अमरीका में नया निवेश करने का ऐलान किया हैं और ‘टीएसएमसी’ का निवेश इसमें सबसे बड़ा निवेश साबित होता है। ‘टीएसएमसी’ ने अमरीका में किए निवेश को चीन-ताइवान के होनेवाले संभावित संघर्ष की भी पृष्ठभूमि हैं। अगले कुछ सालों में चीन ताइवान पर हमला करेगा, ऐसी चेतावनी लगातार दी जा रही हैं। इस हमले का सबसे अधिक नुकसान सेमीकंडक्टर क्षेत्र को पहुँच सकता है। इस वजह से अमरीका के साथ ही यूरोपिय देशों ने भी सेमीकंडक्टर का निर्माण अपने ही देश में करने की गतिविधियां शुरू की हैं।

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