जर्मनी, ऑस्ट्रिया और हंगरी रशिया के व्यापारी संबंध तोड़ेंगे नहीं – पोलैण्ड के प्रधानमंत्री का आरोप

वार्सा/मास्को – रशिया पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर यूरोपिय देशों के बीच उभरें मतभेद प्रतिदिन अधिक से अधिक तीव्र हो रहे हैं| गुरूवार को महासंघ की बैठक में रशिया के ईंधन क्षेत्र पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर यूरोपिय देशों के दो गुट तैयार होने की बात स्पष्ट हुई थी| प्रतिबंधों का समर्थन करनेवाले देशों ने अन्य देशों पर खुलेआम यह आरोप लगाना शुरू किया है कि, वह रशिया के पक्ष मे है| जर्मनी, ऑस्ट्रिया और हंगरी यह देश रशिया के साथ जारी व्यापारी संबंध कभी भी तोड़ेंगे नहीं, ऐसा आरोप पोलैण्ड के प्रधानमंत्री मैत्युस्झ मोराविकी ने लगाया|

‘रशिया के ईंधन क्षेत्र पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव का पोलैण्ड ड़टकर समर्थन करता हैं| लेकिन, दुर्भाग्यवश यूरोप के कुछ छोटे-बड़े देशों ने इसका समर्थन नहीं किया| जर्मनी के साथ ऑस्ट्रिया और हंगरी यह देश इस मुद्दे पर अड़ियल भूमिका अपना रहे हैं| रशिया के साथ जारी व्यापारी संबंध तोड़ने का यह देश विरोध कर रहे हैं’, यह आरोप पोलैण्ड के प्रधानमंत्री ने लगाया| रशिया ने यूक्रैन पर किए हमले के बाद रशिया पर प्रतिबंध लगाने में यह देश बाधॉं बने होने का दावा भी प्रधानमंत्री मैत्युस्झ मोराविकी ने किया हैं|

रशिया-यूक्रैन युद्ध की पृष्ठभूमि पर रशिया संबंधित पोलैण्ड की भूमिका में कोई भी बदलाव नहीं हुआ हैं, यह भी उन्होंने कहा| रशिया पर सख्त प्रतिबंध लगाएँ, यह मॉंग कर रहें देशों का विचार उचित ही हैं, यह भी पोलैण्ड के प्रधानमंत्री ने कहा| रशिया पर जल्द ही नए और सख्त प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं, ऐसें संकेत भी प्रधानमंत्री मोराविकी ने इस दौरान दिए| इसी बीच, रशिया ने ईंधन वायु का कारोबार रुबल के ज़रिये करने संबंधित किए निर्णय का भी महासंघ ने तीव्र विरोध किया हैं| महासंघ की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयन ने महासंघ ऐसें एकतरफा निर्णयों का विरोध करता हैं, इन शब्दों में अपनी नाराज़गी व्यक्त की|

यूरोपिय महासंघ की रशियन ईंधन के मुद्दे पर जारी गतिविधियों पर रशिया ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की हैं| ‘ईंधन के मुद्दे पर जो यूरोपिय देश रशिया से सहयोग करने से इन्कार कर रहे हैं, वह अपने नागरिकों को इसका ठिक से अहसास दिलाए| यूरोपिय जनता की संपत्ति कौन और किस तरह से तबाह कर रहा हैं, यह भी वह सार्वजनिक करें| जिन देशों को अपनी ऊर्जा सुरक्षा की चिंता हैं, ऐसें देशों के साथ काम करने के लिए रशिया तैयार हैं’, ऐसी फटकार रशिया के विदेश मंत्रायल की प्रवक्ता मारिआ झाखारोवा ने लगाई. यूरोपिय महासंघ ने अबतक चार चरणों में रशिया पर काफी प्रतिबंध लगाए हैं| इन प्रतिबंधों के तहत रशिया के ८७० से अधिक नेता, अधिकारी एवं उद्यमियों के साथ ६२ रशियन कंपनियों को लक्ष्य किया गया हैं| लेकिन, रशिया के ईंधन क्षेत्र पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर अबतक सहमति नहीं हो सकी है|

यूरोपिय महासंघ के कुछ देश एक ही दिन में रशिया से ईंधन खरीदना बंद नहीं कर सकते, इन शब्दों में जर्मनी की विदेशमंत्री एनालेना बेअरबॉक ने जर्मनी की भूमिका स्पष्ट की| ऐसें में हंगरी की ईंधन सुरक्षा को खतरा निर्माण करनेवाले किसी भी प्रतिबंधों को हम मंजूरी नहीं देंगे, यह इशारा हंगरी के विदेशमंत्री ने दिया हैं|

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