बांगलादेश में विद्यार्थियों के उग्र प्रदर्शन – १५० जख्मी

ढाका: बांगलादेश में पिछले हफ्ते से शुरू हुए विद्यार्थियों के आंदोलन ने उग्र रूप धारण किया है। रविवार को ढाका में इस आंदोलन के दौरान बड़ी तादाद में हिंसा हुई है। पुलिस और आंदोलन विद्यार्थियों में संघर्ष हुआ है तथा आंदोलन और सत्ताधारी अवामी लीग के कार्यकर्ता एक दूसरों से भिड़े हैं। इस हिंसाचार में १५० से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। इस हिंसक आंदोलन के पीछे विरोधी पक्ष होने का बांगलादेश नेशनल लिस्ट पार्टी बीएनपी का हाथ होने का आरोप हो रहा है।

पिछले हफ्ते में ढाका के कुर्मीटो भाग में दो निजी बस चालकों में लगी शर्त की वजह से मेडिकल विद्यालय के पास २ विद्यार्थियों को बस तले कुचल कर उनकी मृत्यु हो गई। उसके बाद क्रोधित विद्यार्थियों ने इन दोनों बसेस को जला दिया। इस दुर्घटना की खबर सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों द्वारा अन्य स्कूल एवं महाविद्यालय के विद्यार्थियों तक पहुंची और हजारों विद्यार्थी आंदोलन में शामिल हुए हैं।

बांगलादेश, विद्यार्थियों, उग्र प्रदर्शन, १५० जख्मी, हिंसा, ढाका, आंदोलनबांगलादेश के परिवहन विभाग भ्रष्ट होकर, रास्तों की परिस्थिति खराब है तथा रास्ता सुरक्षा के नियम भी पाले नहीं जा रहे, ऐसा आंदोलकों का आरोप होकर उन्होंने कई मांगे सरकार के सामने रखी है।

बांगलादेश सरकार ने २ दिनों पहले आंदोलको से चर्चा करके सभी मांग मंजूर किए हैं, पर उसके बाद भी हिंसा रुकी नहीं है। इन आंदोलनों के पीछे बांगलादेश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया इनका पक्ष (बीएनपी) होने के सबूत मिलने का दावा सरकार कर रही है। बीएनपी कि विद्यार्थी शाखा होने वाले छात्र दल एवं छात्र शिविर इस आंदोलन में शामिल हुए हैं।

पिछले ५ दिनों में ३१७ गाड़ियों की तोड़फोड़ की गई है तथा कई गाड़ियों को जलाया गया है। आंदोलकों की मांगे मंजूर करके भी अगर हिंसा हो रही है, तो यह राजनीतिक आंदोलन होने का आरोप सत्ताधारी पक्ष बांगलादेश आवामी लीग ने किया है।

दौरान रविवार को यह आंदोलन अधिक उग्र होता दिखाई दे रहा है अमरिकन दूतावास के एक गाड़ी पर भी आंदोलकों ने हमला किया है तथा पुलिस और आंदोलनों में मुठभेड़ हुई है। कई आंदोलन विद्यार्थियों को आवामी लीग के कार्यकर्ताओं ने पकड़कर रखने की झूठी खबरें फैलने के बाद आंदोलन एवं अवामी लीग के कार्यकर्ताओं में संघर्ष हुआ है।

उसके बाद राजधानी ढाका में इंटरनेट और मोबाइल सेवा बंद की गई है। हिंसाचार में डेढ़ सौ से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आंदोलन विद्यार्थियों को यह उग्र आंदोलन रोककर घर जाने का आवाहन किया है।

बांगलादेश में सन २००९ से शेख हसीना सत्ता पर आए हैं और और इस वर्ष अक्टूबर से दिसंबर महीने के दौरान बांगलादेश में चुनाव होने वाले हैं। इस पृष्ठभूमि पर शेख हसीना सरकार के विरोध में आंदोलन बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। अप्रैल महीने में प्रशासकीय सेवा में नौकरी के कोटा को लेकर विद्यार्थियों ने उग्र प्रदर्शन किया था। जुलाई महीने में भी ऐसे ही उग्र प्रदर्शन हुए हैं। जून महीने में पीएनबी के द्वारा सरकार के विरोध में बड़े प्रदर्शन हुए थे। चुनाव पास आते हुए बढे यह प्रदर्शन एवं आंदोलनों के वजह से बांगलादेश में राजनीतिक वातावरण गरम हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.