‘भारत ने चीन के खिलाफ मेरा इस्तेमाल नहीं किया’ : दलाई लामा

नवी दिल्ली/धर्मशाला, दि. ५ : ‘तिब्बत को चीन से अलग नहीं होना है| लेकिन तिब्बत को स्वायत्तता चाहिए| चीन और तिब्बत के लोगों के हित का रक्षण होना चाहिए, ऐसी हमारी भूमिका है’ ऐसे तिब्बत धर्मगुरू दलाई लामा ने कहा| साथ ही, ‘भारत ने हमारा कभी भी चीन के खिलाफ इस्तेमाल नहीं किया’ ऐसा महत्त्वपूर्ण खुलासा इस दौरान दलाई लामा ने किया|

दलाई लामा की अरुणाचल प्रदेश यात्रा को लेकर चीन तीव्र प्रतिक्रिया दे रहा है, तभी दलाई लामा को पत्रकारों ने इस संदर्भ में कुछ सवाल पुछे| ‘चीन इस मामले में संकुचित राजनीति ना करें, चीन के खिलाफ भारत ने मेरा कभी भी इस्तेमाल नहीं किया है’ ऐसा लामा ने इस समय कहा| इसके साथ ही, चीन में कई लोग भारत से दिल से प्यार करते हैं, ऐसा कहते हुए दलाई लामा ने, मैं चिनी लोगों के खिलाफ नहीं हूँ, ऐसा स्पष्टीकरण दिया|

मेरी आलोचना करनेवाली चिनी मीडिया का मैं विरोध नहीं करूँगा, ऐसा कहते हुए उन्होंने ने यह भी कहा कि मीडिया को आलोचना करने की पूरी स्वतंत्रता है|

 दलाई लामा की यात्रा को लेकर चीन की भारत को एक और धमकी

बीजिंग, दि. ५ : दलाई लामा की बहुचर्चित अरुणाचल प्रदेश की यात्रा बुधवार से शुरू हो गयी| भारत ने इस यात्रा के संदर्भ में अपनायी अड़ियल भूमिका से दोनो देशों के संबंधों पर असर होगा, ऐसी धमकी चीन के विदेशमंत्रालय ने फिर से दी है| साथ ही, इसके आगे चीन अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठायेगा, ऐसा चीन के विदेशमंत्रालय ने डटकर कहा है| वहीं, ‘एनएसजी’ मे भारत का समावेश और ‘मसूद अझहर’ पर की कार्रवाई इन मुद्दों पर चीन ने किये विरोध की वजह से भारत ‘तिबेट कार्ड’ का इस्तेमाल कर रहा है, ऐसा इल्ज़ाम चीन के सरकारी अखबारों ने लगाया है|

चीन के खिलाफचीन स्थित भारत के राजदूत विजय गोखले को समन्स देते हुए चीन ने, दलाई लामा की अरुणाचल प्रदेश की यात्रा पर निषेध जताया है| यह यात्रा आयोजित करते हुए भारत ने सीमाविवाद को अधिक ही भड़काया है, ऐसा इल्जाम चीन ने लगाया है| साथ ही, इससे दोनो देशों के संबंधों पर असर होकर, इससे भारत का हित नहीं होगा, ऐसा चीन के विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा है| अधिकृत स्तर पर चीन ने ऐसी आक्रामक भूमिका अपनायी होकर, चीन की सरकारी मीडिया भारत पर टूट पड़ी है, ऐसे दिखाई दे रहा है| चिनी सरकार का मुखपत्र माने जानेवाले ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने दलाई लामा की यात्रा को लेकर भारत पर बहुत टिप्पणी की है|

चीन के विरोध के कारण भारत को ‘एनएसजी’ में प्रवेश नहीं मिला था| साथ ही, भारत ने ‘मसूद अझहर’ पर कार्रवाई करने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्रसंघ में पेश किया था, जिसपर चीन ने अपने ‘नकाराधिकार’ का इस्तेमाल किया था| इसलिए भारत चीन को सबक सिखाने के लिए ‘तिबेट’ कार्ड का इस्तेमाल कर रहा है, ऐसा इल्ज़ाम ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने लगाया है|

दलाई लामा की अरुणाचल प्रदेश यात्रा के पीछे भारत का चीनविरोधी राजकारण है, ऐसा कहते हुए इस अखबार ने भारत को धमकाया है| ‘यह दौरा आयोजित करके भारत ने चीन की क्षमता को नज़रअंदाज़ किया ऐसे दिखायी देता है| लेकिन भारत मे चीन को कम न समझें| चीन अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठा सकता है’ ऐसे ग्लोबल टाईम्स ने कहा है|

चीन अपनी आर्थिक प्रगति का लाभ भारत को न मिलने दें, ऐसी सलाह भी ग्लोबल टाईम्स ने चिनी राज्यकर्ताओं को दी है|

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