कोरोना प्रतिबंधों के खिलाफ चीन के ‘आयफोन फैक्टरी’ में हुए प्रदर्शन – ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ में बदलाव लाने की मुद्रा कोष की सलाह

बीजिंग – चीन में कोरोना संक्रमण फिर से तेज़ होने से शासक कम्युनिस्ट पार्टी ने इस महामारी के विरोधी प्रतिबंध अधिक सख्त किए हैं। हुकूमत के इन सख्त प्रतिबंधों के खिलाफ जनता तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ कर रही है। विश्व की सबसे बड़ी ‘आयफोन फैक्टरी’ के झेंगझोऊ शहर में कोरोना प्रतिबंधों के खिलाफ कर्मचारियों ने प्रदर्शन किए। प्रतिबंध शिथिल करें एवं अतिरिक्त पैसे दें, ऐसी मांगे इन कर्मचारियों ने करने की बात कही जा रही है। कोरोना की महामारी के खिलाफ चीन की हुई ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ का असर वैश्विक स्तर पर भी देखा गया है। कोरोना संबंधित सख्त नीति में बदलाव लाएं, ऐसी सलाह मुद्रा कोष ने दी है।

पिछले कुछ दिनों से चीन में कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी दिख रही है। पिछले शुक्रवार को चीन में २५ हज़ार से अधिक नए मामले सामने आए थे। मंगलवार को यही संख्या बढ़कर २९ हज़ार हुई और राजधानी बीजिंग समेत प्रमुख शहरों में यह वृद्धि दिखाई दी है। पिछले कुछ हफ्तों से विभिन्न शहरों में लॉकडाऊन के बावजूद संक्रमितों की संख्या बढ़ने से चीनी यंत्रणा की चुनौती अधिक कड़ी हुई है। कोरोना के ‘ओमीक्रॉन’ वेरिएंट के विभिन्न उप-प्रकार चीन में पाए गए हैं और कुछ वेरिएंट विदेश से यहा पहुँचने की बात कही जा रही है।

इस पृष्ठभूमि पर कम्युनिस्ट हुकूमत ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ पर ही जोर दे रही है और इसे अधिकाधिक सख्ती से लागू किया जा रहा है। लेकिन, कोरोना के कारण प्रतिबंधों से चीनी जनता तंग आ गई है और विभिन्न इलाकों में सरकार के खिलाफ असंतोष उमडता जा रहा है। पिछले महीने झेंगझोऊ शहर के साथ ग्वांगझाऊ एवं तिब्बत में प्रदर्शन के फोटो प्रसिद्ध हुए थे। झेंगझोऊ शहर की ‘आयफोन फैक्टरी’ छोड़कर सैंकड़ों कर्मचारियों के भाग जाने का वृत्त प्रसिद्ध हुआ था। इसी कारखाने में फिर से कर्मचारियों ने नाराज़गी दर्शाई है।

कोरोना के प्रतिबंधों से परेशान कर्मचारियों ने बुधवार को जोरदार नारेबाज़ी करके प्रदर्शन शुरू किए। इनमें प्रतिबंध शिथिल करना, कोरोना काल में अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के अलावा वेतन संबंधित मांगों का समावेश था। कामगार और सुरक्षाबलों के बीच इस दौरान विवाद होने की जानकारी भी सामने आयी है। झेंगझोऊ जैसे औद्योगिक केंद्र के शहर की फैक्टरी में हुए यह प्रदर्शन कम्युनिस्ट हुकूमत ने जबरन थोंपे हुए प्रतिबंधों पर संतप्त प्रतिक्रिया बताई जा रही है। चीन की जनता के साथ ही वैश्विक स्तर से भी ‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी’ के खिलाफ नाराज़गी का स्वर लगाया जा रहा है।

‘ज़ीरो कोविड पॉलिसी का अमल तुरंत और तेज़ी से हो रहा है, फिर भी कोरोना के नए वेरिएंट और कमज़ोर टीकाकरण की वजह से लगातार प्रतिबंध लगाने पड़ रहे हैं। इसका असर उत्पादनों की मांग, निवेश एवं गृहनिर्माण क्षेत्र पर होता दिख रहा है। अगला कदम बढ़ाते समय चीन ने अपनी कोरोना संबंधित नीति में बदलाव लाने की जरुरत है। चीन को अधिक तैयारी करनी होगी और टीकाकरण की गति भी बढ़ानी होगी’, ऐसी सलाह मुद्रा कोष के वरिष्ठ अधिकारी गीता गोपीनाथ ने दी।

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