कोरोना और रिअल इस्टेट क्षेत्र के संकट से चीन के अर्थव्यवस्था की गिरावट

बीजिंग – कोरोना के नए विस्फोट और निवेष, रिटेल, होटलिंग एवं रिअल इस्टेट क्षेत्र की हुई गिरावट से चीन की अर्थव्यवस्था की गति फिर से धीमी पड़ी है| जुलाई से सितंबर के तीमाही में चीन के आर्थिक विकास की गति ०.८ प्रतिशत कम हुई थी| इसके बाद अक्तुबर और नवंबर के लगातार दो महीनों में चीन की अर्थव्यस्था को झटके लगना जारी रहने की बात नए आँकड़ों से सामने आयी हैं| इन झटकों की वजह से इस वर्ष के अन्त में चीन के आर्थिक विकास का दर अधिक कम हो सकता हैं और अगले वर्ष में भी इसका असर दिखाई देगा, यह चिंता विश्‍लेषकों ने जताई है|

बुधवार को चीन की यंत्रणाओं ने नवंबर महीने के आर्थिक आँकड़े घोषित किए| इसके अनुसार रिअल इस्टेट समेत रिटेल सेल्स, होटलिंग और निवेष के क्षेत्र को नुकसान पहुँचा हैं| घरों की मॉंग और उसकी बिक्री की गिरावट हुई है और इस क्षेत्र में निवेश भी कम हुआ हैं| ‘एव्हरग्रैण्ड क्रायसिस’ की वजह से घरों की कीमते लगातार तीसरें महीने कम हुई हैं और अभी कुछ महीनों तक यही कल कायम रहेगा| घरों की बिक्री में कुल २० प्रतिशत गिरावट दर्ज़ हुई हैं| संपत्ति क्षेत्र का निवेश १.२ प्रतिशत कम हुआ हैं|

रिटेल सेल्स क्षेत्र का दर चार प्रतिशत कम हुआ हैं| होटलिंग और कैटरिंग क्षेत्र में ढ़ाई प्रतिशत से अधिक गिरावट हुई हैं| बुनियादी सुविधा और उत्पाद क्षेत्र में भी गिरावट दर्ज़ हुई हैं| औद्योगिक उत्पादन की कुछ मात्रा में बढ़ोतरी दर्ज़ हुई हैं, फिर भी कोरोना के नए विस्फोट की पृष्ठभूमि पर इस महीने में बड़े झटके लगने का अनुमान व्यक्त किया गया हैं| चीन में ओमीक्रोन के मामले सामने आना शुरू हुआ हैं| फिलहाल तिआंजिन और ग्वांगडौंग में ओमीक्रोन संक्रमण का एक एक मामला सामने आने की जानकारी चीनी यंत्रणाओं ने प्रदान की|

लेकिन, बीते कुछ दिनों में चीन के उत्पादन और निर्यात क्षेत्र का प्रमुख केंद्र रहें झेजियांग में नया विस्फोट देखा गया हैं| अबतक इस प्रांत में करीबन २०० संक्रमित पाए गए हैं और स्थानीय प्रशासन ने कई कारखाने बंद रखने के आदेश दिए हैं| निर्यात का प्रमुख केंद्र रहें ‘निन्गबो पोर्ट’ में कई प्रतिबंध लगाए गए हैं?और जहाज़ एवं सामान की यातायात पर मर्यादा लगाई गई है| इस वजह से चीन में अंदरुनि सप्लाई चेन की घड़ी फिरसे बिगड़ने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं|

चीन के कई शहरों में ‘झीरो लॉकडाऊन’ लगाया गया हैं और इससे अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान पहुँचेगा, यह इशारा विश्‍लेषक दे रहे हैं| वर्ष २०२१ में चीन की अर्थव्यवस्था का विकासदर ८ प्रतिशत रहेगा और अगले वर्ष पांच प्रतिशत गति बरकरार रखना भी बड़ी बात साबित होगी, यह चिंता विश्‍लेषकों ने जताई हैं| ऑस्ट्रेलियन विश्‍लेषक क्लिफर्ड बेनेट ने इस दौरान यह दावा किया है कि, चीन के विकास दर की गिरावट इसके आगे हमेशा की बात बन सकती हैं|

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