‘सीआईए’ प्रमुख इस्रायल और पैलेस्टिन के दौरे पर

तेल अवीव – अमरीका की प्रमुख गुप्तचर यंत्रणा ‘सीआईए’ के संचालक विल्यम बर्न्स इस्रायल और वेस्ट बैंक के दौरे पर हैं। पिछले दो दिनों से इस्रायल और वेस्ट बैंक के बीच संघर्ष जारी है और इसी बीच सीआईए प्रमुख इसी क्षेत्र में थे। इस पर इस्रायली माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। आनेवाले कुछ ही घंटों में अमरीका के विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन भी इस्रायल और वेस्ट बैंक पहुंच रहे हैं।

‘सीआईए’ के प्रमुख विल्यम बर्न्स पिछले कुछ दिनों से इसी क्षेत्र के दौरे पर निकले हैं। लीबिया और इसके बाद इजिप्ट का दौरा करके बर्न्स ने इजिप्ट के राष्ट्राध्यक्ष अब्देल फताह अल-सिसी से मुलाकात की थी। अगले कुछ ही घंटों में ‘सीआईए’ के प्रमुख इस्रायल के तेल अवीव पहुँचे हैं। इसी दिन वेस्ट बैंक के जेनिन शहर में इस्रायली सुरक्षा यंत्रणा और इस्लामिक जिहाद के आतंकियों में संघर्ष छिडा था, इसकी याद इस्रायल की वृत्तसंस्था ने साझा की। इसके बाद गाज़ा पट्टी से इस्रायल पर रॉकेट हमले हुए थे।

इस्रायल के दौरे के बाद सीआईए के प्रमुख ने वेस्ट बैंक में पैलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष महमूद अब्बास से मुलाकात की। बर्न्स की इस्रायल और वेस्ट बैंक यात्रा का पूरा ब्यौरा अभी सामने नहीं आया है। लेकिन, पैलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष अब्बास ने जेनिन में संघर्ष के लिए इस्रायल को ज़िम्मेदार ठहराकर पिछले कई सालों से इस्रायली सुरक्षा यंत्रणाओं के सहयोग से पीछे हटे थे। इस्रायल की सेना ने पैलेस्टिनी राष्ट्राध्यक्ष के इस निर्णय पर चिंता जताई है।

वेस्ट बैंक में आतंकवाद को रोकने के लिए इस्रायली और पैलेस्टिनी यंत्रणाओं में सहयोग ज़रूरी था। लेकिन अब्बास के इस निर्णय के बाद वेस्ट बैंक की सुरक्षा का मसला अधिक कठिन होगा, ऐसा इस्रायली सेना का कहना है। इस्रायली एवं पैलेस्टिनियों की भी सुरक्षा के लिए यह सहयोग आवश्यक था, ऐसा दावा इस्रायली माध्म कर रहे हैं।

इसी बीच, इस्रायल के जेरूसलम में हुए आतंकी हमले का संज्ञान अमरीका ने लिया है। इसके बावजूद अमरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन इस्रायल और बाद में वेस्ट बैंक का दौरा करेंगे, ऐसा अमरिकी विदेश मंत्री ने स्पष्ट किया।

इसी बीच, इस्रायल के दौरे के बीच में अमरिकी विदेश मंत्री इस्रायल पर अधिक दबाव डालेंगे, ऐसे स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहे हैं। ‘सीआईए’ के प्रमुख की इस्रायल और पैलेस्टिन की यात्रा इसी की साक्ष देती है। इस्रायल के फिर से प्रधानमंत्री बने नेत्यान्याहू की नई सरकार को पैलेस्टिन के मुद्दे पर मनमानी नहीं करने देंगे, ऐसा इशारा इस्रायल में अमरिकी राजदूत ने कुछ हफ्ते पहले ही दिया था। इसके बाद अमरीका लगातार इस तरह के इशारे इस्रायल की सरकार को दे रही है। ऐसी स्थिति में विदेश मंत्री ब्लिंकन के इस इस्रायल दौरे को बड़ी अहमियत प्राप्त होती दिख रही है।

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