सॉलोमन में चीन को अड्डा स्थापित करने नहीं देंगे – सॉलोमन के प्रधानमंत्री का ऑस्ट्रेलिया से वादा

कैनबेरा – ‘चीन को कभी भी सॉलोमन के द्वीपों पर अड्डा स्थापित करने नहीं देंगे’, ऐसा ऐलान सॉलोमन के प्रधानमंत्री मनासेह सोगावरे ने किया। पिछले कुछ महीनों से चीन सॉलोमन में सैन्य अड्डा स्थापित करने में जुटा होने की खबरों से इस क्षेत्र में तनाव निर्माण हुआ है। सॉलोमन द्वीपों पर चीन की यह तैनाती हमारी सुरक्षा के लिए खतरा होगी, ऐसी आलोचना ऑस्ट्रेलिया ने की थी। इस पृष्ठभूमि पर सॉलोमन के प्रधानमंत्री ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया है।

इंडो-पैसिफिक क्षेत्र पर वर्चस्व बनाए रखने की चीन की महत्वाकांक्षा छुपी नहीं रही है। इसके लिए चीन ने पिछले कुछ सालों से इस क्षेत्र में अपनी राजनीतिक एवं सैन्य गतिविधियाँ बढ़ाई हैं। चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने इस क्षेत्र के द्वीपदेशों से स्वतंत्र बैठक करके ऋण की लालच दी थी। इसी दौरान चीन के विध्वंसक और गश्त पोत सीधे ऑस्ट्रेलिया तक पहुँचने की बात भी सामने आयी थी।

इनमें से सॉलोमन आयलैण्ड नामक ऑस्ट्रेलिया के करीबी द्वीप देश में चीन ने निवेष बढ़ाने के लिए कुछ समझौते भी किए थे। सॉलोमन आयलैण्डस्‌‍ में चीन का सैन्य अड्डा स्थापित करने के समझौते का भी समावेश इसमें था, ऐसा आरोप ऑस्ट्रेलिया ने लगाया था। सॉलोमन आयलैण्डस्‌‍ के तट से ऑस्ट्रेलिया की दूरी महज़ दो हज़ार किलोमीटर है। इस वजह से सॉलोमन पर चीन का अड्डा बनना हमारी सुरक्षा के लिए चुनौती है, ऐसी नाराज़गी ऑस्ट्रेलिया ने जताई थी।

सॉलोमन आयलैण्ड पर निवेष करते हुए ऑस्ट्रेलिया की रेड लाईन्स का भंग चीन ना करे। चीन ने इस द्वीपदेश पर सैन्य अड्डा स्थापित करने की कोशिश की तो सहयोगी देशों की सहायता से ऑस्ट्रेलिया चीन की कोशिश नाकाम करेगा, ऐसी चेतावनी ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने दी थी। साथ ही सॉलोमन आयलैण्ड ने ऑस्ट्रेलिया और इस क्षेत्र के देशों के साथ किए सहयोग की याद भी मॉरिसन ने दिलाई थी।

सॉलोसमन के प्रधानमंत्री सोगावरे ने चीन को सैन्य अड्डा उपलब्ध ना कराने का ऐलान किया था। ऐसी स्थिति में ऑस्ट्रेलिया के मौजूदा प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने गुरुवार को सोलोमन की यात्रा की। चीन के साथ सहयोग स्थापित करने के बावजूद सॉलोमन ने सैन्य अड्डा उपबल्ध कराया नहीं है, यह जानकारी प्रधानमंत्री सोगावरे ने प्रधानमंत्री अल्बानीज को दी। चीन के सहोयग से सॉलोमन एवं ‘पैसिफिक आयलैण्डस्‌‍ फोरम’ के सदस्य देशों की सुरक्षा के लिए खतरा नहीं होगा, यह आश्वासन सोगावरे ने दिया।

इसी बीच पैसिफिक आयलैण्डस्‌‍ फोरम में ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, सॉलोमन के साथ १८ द्वीपदेशों का समावेश है। साल २००३ से २०१७ के दौरान सॉलोमन में अस्थिरता के माहौल के दौरान इन्हीं पैसिफिक देशों की संयुक्त सेना और पुलिस दल की तैनाती हुई थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया और सॉलोमन के बीच सुरक्षा सहयोग स्थापित किया गया था। ऑस्ट्रेलिया के सॉलोमन आयलैण्डस्‌‍ के सहयोग को इस देश ने चीन के साथ समझौते के कारण खतरा निर्माण होने का दावा ऑस्ट्रेलिया ने किया था। लेकिन, सॉलोमन के प्रधानमंत्री ने स्पष्ट रूप से चीन को सैन्य अड्डा स्थापित नहीं करने देंगे, यह कहकर अपने देश की भूमिका में बदलाव नहीं हुआ है, यह संदेश भेजा है।

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