तैवान के करीब लश्करी अभ्यास से चीन एवं अमेरिका ने एक-दूसरे को फटकारा

us-navy-china-deployment-taiwan-3बीजिंग/वॉशिंग्टन – जब सारे विश्व का ध्यान रशिया-युक्रेन युद्ध पर है तब तैवान के क्षेत्र में तनाव बढा है। मंगलवार को अमेरिका की विध्वंसक ने तैवान की खाडी से यात्रा करके चीन को चेतावनी दी। तो अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने अपने वेबसाइट से यह चीन का भाग होनेवाला उल्लेख निकाल दिया। इसके बाद चिडे हुए चीन ने तैवान की खाडी में विमान और हेलिकॉप्टर्स भेजकर लगभग १०० सॉर्टिज़ पूरी कीं। तथा, अमेरिका इस क्षेत्र में सियासी हस्तक्षेप कर रही है, ऐसी टीका की।

us-navy-china-deployment-taiwan-2पिछले सप्तह में चीन के लियोनिंग विमानवाहक युद्धनौका ने जापान के ओकिनावा बेटसमूह के करीब से यात्रा की थी। चीन की युद्धनौका की यह गश्त जापान समेत तैवान तथा अमेरिका के लिए चेतावनी होने का दावा जापानी मध्यमों ने किया था। क्योंकि, इसके बाद चीन की युद्धनौका ने तैवान के सागरी क्षेत्र के करीब से यात्रा की। इससे पहले चीन के १८ लडाकू विमानों ने तैवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की थी।

चीन तैवान पर हमला करने की तैयारी कर रहा है और युद्धनौकाएं एवं लडाकू विमानों की यह कार्यवाईयां इसी के संकेत देते हैं, ऐसा अंतर्राष्ट्रीय विश्लेषकों का कहना है। इसके बाद अमेरिका ने जापान में अपनी युद्धनौकाओं की तैनाती बढाई थी। ’युएसएस रोनाल्ड रीगन’ नामक विमानवाहक युद्धनौका समेत गाइडेड मिसाइलों से सज्ज विध्वंसकें भी अमेरिका ने जापान में तैनात की थीं।

us-navy-china-deployment-taiwan-1तैवान की सुरक्षा का सवाल खडा हुआ तो विमानवाहक युद्धनौकाएं भेजने के लिए विलंब हो सकता है, अमेरिकी नौदल ने इस बात का खयाल रखा है। क्योंकि, अमेरिका अथवा इंडो-पॅसिफिक क्षेत्र में अमेरिका के किसी भी नौदल तल से तैवान की खाडी तक यात्रा करने में महत्वपूर्ण समय नष्ट हो सकता है। इसके लिए अमेरिका के नौदल ने विमानवाहक युद्धनौका रीगन को जापान में तैनात किया है, ऐसी जानकारी जापान के एक दैनिक ने दी है।

इस नई तैनाती के बाद अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने चीन की ’वन चायना पॉलिसी’ को झटका देनेवाला बडा बदलाव किया। तैवान चीन का भूभाग होने का उल्लेख अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने अपने वेबसाइट से हटा दिया। तो अगले कुछ घंटों में अमेरिका के ’युएसएस’ पोर्ट रॉयल’ नामक विधंसक ने तैवान की खाडी से यात्रा की। इस पर चीन से संतप्त प्रतिक्रिया उमडी है। तैवान अपना सार्वभौम भूभाग होने की बात कहकर चीन ने टीका की कि, अमेरिका इसमें हस्तक्षेप कर रही है। इसके अलावा, अमेरिका बार-बार इस तरह के नाटक कर रही है, ऐसी फटकार चीन ने लगाई। पर तैवान के संरक्षण के लिए नौदल की तैनाती करनेवाली अमेरिका ने तैवान को शस्त्रास्त्र एवं संरक्षण सामग्री की आपूर्ति करने से इन्कार किया था। इसकी जानकारी मिलने के बाद ही चीन की तैवानविरोधि कार्यवाईयों में बडी बढोतरी दिखाई दी थी।

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