ब्राज़ील-अर्जेंटिना द्विपक्षीय व्यापार से भी अमरिकी डॉलर हटेगा

ब्रासिलिया – लैटिन अमरीका की प्रमुख अर्थव्यवस्था बने ब्राज़ील और अर्जेंटिना ने द्विपक्षीय व्यापार से अमरिकी डॉलर को हटाने की गतिविधियां तेज़ की हैं। अर्जेंटिना के राष्ट्राध्यक्ष अल्बर्टो फर्नांडोझ फिलहाल ब्राज़ील दौरे पर हैं और इस दौरान हुई चर्चा में ‘डी-डॉलराइजेशन’ पर सहमति होने की जानकारी सुत्रों ने साझा की। कुछ महीने पहले इन दोनों देशों ने समान मुद्रा बनाने की कोशिश करने का वृत्त भी सामने आया था। 

ब्राज़ील और अर्जेंटिन यह दोनों लैटिन अमरीका के सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों में अर्जेंटिना की स्थिति तेज़ी से खराब हो रही हैं। कर्ज का भारी भार, भड़की महंगाई और विदेशी मुद्राओं की कमी के कारण अर्जेंटिना में मंदी जैसे हालात बने हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और अन्य वित्त संस्थाओं से प्राप्त हो रही आर्थिक सहायता पर अर्जेंटिना की अर्थव्यवस्था का भविष्य निर्भर होने की बात कही जा रही है।

इस पृष्ठभूमि पर अर्जेंटिना ने अपनी अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए अमरिकी डॉलर का इस्तेमाल कम कर दिया है। इसी के एक हिस्से के तौर पर अर्जेंटिना ने कुछ दिन पहले चीन के साथ जारी व्यापार में युआन का इस्तेमाल करने के लिए अहम समझौता किया था। ऐसे में अब लैटिन अमरीका के व्यापारी भागीदार देशों से हो रहे व्यापार में भी डॉलर के अलावा अन्य मुद्रा का इस्तेमाल करने की तैयारी अर्जेंटिना ने रखी है। ब्राज़ील अर्जेंटिना का सबसे बड़ा व्यापारी भागीदार है और दोनों देशों ने पहले भी स्थानिय मुद्रा को प्राथमिकता देने के मुद्दे पर बातचीत की थी। 

गौर तलब है कि, वर्ष १९८७ में ब्राज़ील और अर्जेंटिना के बीच में ‘गानुचो’ नाम से समान मुद्रा पेश करने के ‘प्रोटोकॉल’ पर हस्ताक्षर हुए थे। इसमें समान मुद्रा पेश करने की प्रक्रिया गतिमान करने की ज़रूरत होने की बात दर्ज की गई थी। लेकिन, बाद में इससे सबंधित विशेष कदम नहीं उठाए गए। १९९० के दशक में समान मुद्रा को पेश किया गया प्रस्ताव समेट कर रखा गया था। उसके बाद वर्ष १९९४ में ब्राज़ील और अर्जेंटिना ने पहल करके ‘मर्कोसूर’ नामक गुट का गठन किया। लैटिन अमरिकी देशों के समान बाज़ार का निर्माण करना ही इस गुट के गठन का इरादा था।

फिलहाल ‘मर्कोसूर’ का सहयोग ठंड़ा पड़ा हैं, फिर भी ब्राज़ील और अर्जेंटिना की बुधवार को हुई चर्चा और स्थानिय मुद्रा के इस्तेमाल को प्राथमिकता देने पर हुई सहमति अहम चरण समझा जा रहा है। ब्राज़ील की सरकार ने डॉलर का इस्तेमाल किए बिना अर्जेंटिना में निर्यात करनेवाली कंपनियों को आर्थिक सहायता देने की तैयारी दर्शायी है। यह बात दोनों देशोंके कारोबार के नज़रिये से बड़े अहम मोड़ की साबित हो सकती हैं, ऐसा दावा विश्लेषक कर रहे हैं।

पिछले महीने चीन के दौरे पर गए ब्राज़ील के राष्ट्राध्यक्ष लुला दा सिल्वा ने अमरिकी डॉलर के इस्तेमाल पर साल करके स्थानिय मुद्रा का प्रयोग करने का मुद्दा उठाया था। जनवरी महीने में अर्जेंटिना दौरे से पहले लिखे एक लेख में भी उन्होंने स्थानिय मुद्रा का प्रयोग करने के विषय पर तीव्र भूमिका रखी थी। ‘दो देशों का आर्थिक कारोबार और अन्य लेन देन के बीच बने अड़ंगे दूर करने की हमारी कोशिश रहेगी। स्थानिय मुद्राओं के इस्तेमाल संबंधित नियमों में सुधार करके इसे अधिक सुलभ किया जाएगा’, ऐसा ब्राज़ील के राष्ट्राध्यक्ष ने अपने इस लेख में कहा था।

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