पैट्रियॉट मिसाइल्स की आपूर्ति मे कटौती करके बायडेन प्रशासन सौदी को सज़ा देगा – अमरिकी समाचार चैनल का दावा

वॉशिंग्टन – ‘ओपेक’ ने ईंधन उत्पादन मे कटौती करने का निर्णय करने से बेचैन हुआ बायडेन प्रशासन सौदी अरब को सज़ा दे सकता हैं। सौदी के ईंधन प्रकल्प और अहम ठिकानों की सुरक्षा केलिए तैनात किए ‘पैट्रियॉट’ हवाई सुरक्षा यंत्रणा की आपूर्ति मे कटौती करने के पर बायडेन प्रशासन गंभीरता से विचार कर रहा हैं, ऐसा दावा अमरीका के अग्रिम समाचार चैनल ने किया। मध्यावधि चुनाव के बाद बायडेन प्रशासन इस पर निर्णय करेगा। ऐसा हुआ तो सौदी के ईंधन प्रकल्प और अन्य ठिकानों को हौथी विद्रोहियों के मिसाइल्स और ड्रोन्स से होने वाला खतरा अधिक बढ़ेगा, ऐसी चेतावनी अमरीका के कुछ नेता और सैन्य विश्लेषक दे रहे हैं।

सौदी अब ने अमरीका के साथ पैट्रियॉट हवाई सुरक्षा यंत्रणा के लिए इस्तेमाल हो रहें ३०० पैट्रियॉट १०४-ई इंटरसेप्टर्स की खरीद करने के लिए समझौता किया है। येमन के हौथी विद्रोहियों के मिसाइल और ड्रोन हमलों से सौदी के ईंधन प्रकल्प और अड्डों की सुरक्षा के लिए अमरीका और सौदी का यह कारोबार हुआ था। ईरान के बैलेस्टिक मिसाइल्स के खतरे से भी पैट्रियॉट सुरक्षा यंत्रणा सौदी की सुरक्षा करेगी, यह अमरीका की आजतक भूमिका रही थी। पिछले साल बायडेन प्रशासन ने इस यंत्रणा के लिए आवश्यक इंटरसेप्टर्स प्रदान करने में ढिलाई दिखाने के बाद हौथी ने सौदी की राजधानी रियाद समेत अहम ईंधन प्रकल्प पर ड्रोन हमले किए थे।

राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन की इस भूमिका की वजह से सौदी और खाड़ी क्षेत्र के अन्य मित्र देश अमरीका खो देगा, ऐसी आलोचना देश में होने लगी है। इसके बाद बायडेन ने सौदी के लिए इंटरसेप्टर्स की आपूर्ति शुरू की थी। लेकिन, पिछले महीने ‘ओपेक’ की बैठक में सदस्य देशों ने ईंधन उत्पादन प्रतिदिन २० लाख बैरल्स कम करने का निर्णय करने के बाद बायडेन प्रशासन ने सौदी की सैन्य सहायता कम करने के संकेत दिए हैं। दो अमरिकी अधिकारी और सूत्रों के दाखिले से अमरिकी समाचार चैनल ‘एनबीसी’ ने यह खबर प्रसिद्ध की।

अगले कुछ दिनों में अमरीका में होने वाले मध्यावधि चुनाव के बाद बायडेन प्रशासन यह निर्णय घोषित कर सकता हैं। पेंटॅगॉन के कुछ सेना अधिकारी सौदी के विरोध में यह कार्रवाई करने का समर्थन कर रहे हैं। दिसंबर महीने में ओपेक देशों की बैठक होगी और इस बैठक में सौदी, रशिया और अन्य देशों ने ईंधन उत्पादन  कम करने की नीति कायम रखी तो सौदी पर कार्रवाई करना टालना मुमकिन नहीं हो सकेगा, ऐसी चेतावनी पेंटॅगॉन के सेना अधिकारी दे रहे हैं।

लेकिन, पेंटॅगॉन के अन्य सेना अधिकारी इसका विरोध कर रहे हैं। ऐसा करने पर सौदी के नागरिकों के साथ ही इस देश में तैनात अमरिकी सैनिकों की सुरक्षा को भी खतरा बनेगा, इस बात पर यह सेना अधिकारी ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। साथ ही क्षेत्रीय सुरक्षा और खाड़ी देशों के संबंधों को भी इससे खतरा निर्माण हो सकता हैं, इसका अहसास भी पेंटॅगॉन के इन अधिकारियों ने कराया। इसके अलावा सौदी और खाड़ी देशों के विरोध में अमरीका ने कार्रवाई करने का लाभ रशिया और चीन को प्राप्त होगा, यह दावा अमरिकी विश्‍लेषक कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.