‘यूएन’ में पेश इस्रायल विरोधी प्रस्ताव पर अमरीका की आलोचना

न्यूयॉर्क – इस्रायल अपने परमाणु अस्त्रों को नष्ट करें और अपने परमाणु प्रकल्प अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग के निरीक्षण के लिए खुले करें, ऐसा प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र संघ में बहुमत से पारित हुआ। लेकिन, राष्ट्र संघ के इस प्रस्ताव पर इस्रायल समेत अमरीका ने भी आलोचना की है। इस्रायल विरोधी प्रस्ताव पारित करना राष्ट्र संघ बंद करें, ऐसा तीखा बयान अमरिकी राजदूत लिंडा थॉमस -ग्रीनफिल्ड ने किया।

संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा की ‘फर्स्ट कमिटी’ की बैठक में खाड़ी क्षेत्र में हो रहें परमाणु अस्त्रों के प्रसार के कारण निर्माण हो रहे खतरे के मद्देनज़र यह प्रस्ताव पेश किया गया। इस्रायल खुफिया ढ़ंग से परमाणु अस्त्रों का निर्माण कर रहा हैं, यह आरोप इस प्रस्ताव में रखा गया था। यह प्रस्ताव १५२-५ के बड़े फरक से पारित हुआ। अमरीका, कनाड़ा, माइक्रोनेशिया, पलाऊ और इस्रायल ने इस प्रस्ताव के विरोध मे मतदान किया। राष्ट्र संघ के इस प्रस्ताव पर इस्रायल ने आपत्ति जतायी है।

यह प्रस्ताव इस्रायल को लक्ष्य करता हैं और ईरान के लिए खुला मैदान बहाल करनेवाला है, ऐसी आलोचना इस्रायल ने की है।पिछले कुछ दशकों से ईरान अवैध परमाणु कार्यक्रम चला रहा है और ईरान ने भारी मात्रा में संवर्धित परमाणु ईंधन का भंड़ार किया है, यह आरोप इस्रायल ने लगाया। इसी बीच राष्ट्र संघ में अमरिकी राजदूत ग्रीनफिल्ड ने यह प्रस्ताव इस्रायल विरोधी होने की आलोचना की। इस्रायल और पैलेस्टिनीयों के बीच शांति स्थापित करने के बजाय राष्ट्र संघ इस्रायल विरोधी प्रस्ताव पारित करने पर ध्यान केंद्रीत कर रहा हैं, यह आरोप ग्रीनफिल्ड ने लगाया।

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