‘अनिरुद्धाज् ऍकॅडमी ऑफ डिझास्टर मॅनेजमेंट’ का कोल्हापूर और सांगली के बाढ प्रभावित ग्रस्त क्षेत्रों में किया सेवा और बचाव कार्य

पश्‍चिम महाराष्ट्र के सांगली और कोल्हापूर इन दो जिलों में बाढ से हुई तबाही में शनिवार तक चार लाख से भी अधिक लोगों को सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित किया गया है| इन दो जिलों के अलावा सातारा, पुणे और सोलापूर में बाढ की स्थिति बनी है| इन पांचो जिलों के ६९ तहसीलों के ७६१ गांवो में बाढ से स्थिति बेहाल हुई है और इस बाढ में कई लोगों के घरों का सामान पानी में बह चुका है| इस कारण बाढग्रस्त इलाकों में अन्न की बडी किल्लत बनी है| बाढ का शिकार हुए जिलों में सेना, नौसेना और एनडीआरएफ समेत स्थानिय प्रशासन ने बचाव कार्य शुरू किया है| साथ ही ‘अनिरुद्धाज् ऍकॅडमी ऑफ डिझास्टर मॅनेजमेंट’ (एएडीएम) यह संस्था इस बचाव और मददकार्य मेें काफी अहम भूमिका निभा रही है|

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एएडीएम’ के प्रशिक्षित स्वयंसेवक ‘डीएमव्हीज्’ इस बचाव कार्य के साथ ही बाढग्रस्तों तक राहत सामुग्री पहुंचाने के लिए बडी सहायता कर रहे है| बाढग्रस्तों को तराफे की सहायता से दुसरी जगह ले जाने के साथ ही भीड का नियंत्रण करने का अहम काम पुलिस और स्थानिय प्रशासन की सहायता से कर रहे है| कई परिवारों को उनके घर से सामान दुसरी जगह स्थानांतरित करने के लिए भी ‘डीएमव्हीज्’ सहायता कर रहे है| पुलिस के समन्वय से यह काम किया जा रहा है| सांगली के कारागृह में पानी जमा होने के बाद वहां पर फंसे पुलिस अधिकारियों को ‘डीएमव्हीज्’ ने वहां से सुरक्षित बाहर निकाला|

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यह सेवा और राहत कार्य करते समय ‘डीएमव्हीज्’ ने ‘हॅम रेडिओ’ (एमॅच्युअर रेडिओ) का बिल्कुल उचित उपयोग किया| मोबाईल नेटवर्क ना होने से एवं बिजली की सप्लाई बंद होने की स्थिती में हॅम रेडिओ के लैसन्स प्राप्त ‘डीएमव्हीज्’ ने एक दुसरे से संपर्क बनाकर बडे समन्वय के साथ राहत कार्य में सहायता की|

जरूरतमंदों तक स्वच्छ पानी, अन्न, कपडे और अनाज का सामान भी ‘अनिरुद्धाज् ऍकॅडमी ऑफ डिझास्टर मॅनेजमेंट’ की ओर से किया गया| सातारा में कराड और नजदिकी क्षेत्र में भी ‘डीएमव्हीज्’ राहत कार्य में शामिल हुए थे| राष्ट्रीय महामार्ग-४ पर कुल ५०० ट्रक चालक दो दिनों से फंसे पडे थे| यह जानकारी प्राप्त होते ही सिर्फ एक घंटे के भीतर ‘अनिरुद्धाज् ऍकॅडमी ऑफ डिझास्टर मॅनेजमेंट’ के ‘डीएमव्हीज्’ ने इन ट्रक चालकों के लिए खाने की व्यवस्था की|

बाढ की गंभीर स्थिति और हवामान विभाग से प्राप्त हुई चेतावनी ध्यान में रखकर यंत्रणा तैयार रखने के लिए पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका के आपत्ति निवारण विभाग ने ‘अनिरुद्धाज् ऍकॅडमी ऑफ डिझास्टर मॅनेजमेंट’ को तीन जगहों पर हॅम स्टेशन स्थापित करने की बिनती की थी| इसके नुसार महानगरपालिका के कार्यालय के साथ अग्निशामक दल एवं पुलिस मुख्यालय में अस्थायी हॅम स्टेशन बनाने का काम ‘एएडीएम’ के प्रशिक्षित ‘डीएमव्हीज्’ ने किया|

कोल्हापूर और सांगली में स्थापित राहत शिविरों में पहुंचे लोगों को अन्न और कपडे भी बांटे गए| इन कपडों में छोटे बच्चे, महिलाओं के कपडे एवं ब्लैंकेट दिए गए| इसके अलावा कोल्हापूर में बाढग्रस्त क्षेत्र में जानवरों के लिए चारा देने का काम भी ‘डीएमव्हीज्’ ने किया|

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