अमरीका यूरोप को सैन्य और आर्थिक रूप से कमजोर कर रही है – रशियन विदेश मंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह का आरोप

मास्को – अमरीका द्वारा यूरोप को सैन्य एवं आर्थिक रूप से कमजोर करने की कोशिश शुरू है, ऐसा आरोप रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैव्हरोव्ह ने लगाया। रशिया ही नहीं, बल्कि पश्‍चिमी देशों के आर्थिक विशेषज्ञ भी इसका अहसास करा रहे हैं, ऐसा लैव्हरोव्ह ने कहा। कुछ महीने पहले अमरीका के आर्थिक विशेषज्ञों ने भी यह दावा किया था कि, बायडेन प्रशासन जर्मनी का प्रभाव खत्म करने की गतिविधियां कर रहा हैं।

आर्थिक रूप से कमजोर‘क्युबन मिसाइल क्राइसिस’ संबंधित वृत्तचित्र को अवसर बनाकर रशियन समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार के दौरान लैव्हरोव्ह ने यूरोप को वास्तव का अहसास कराया। ‘यूरोपियन उद्योग क्षेत्र कमजोर करना और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचना ही अमरीका का उद्देश्य है। सीर्फ रशियन ही नहीं, बल्कि पश्‍चिमी देशों के आर्थिक विशेषज्ञ भी इसपर ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। यूरोप के रक्षाबलों को कमजोर करने की कोशिश अमरीका कर रही हैं। यूरोपिय देशों को यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति करने के लिए मज़बूर किया जा रहा हैं। इसके बदले मे यूरोपिय देशों को अमरिकी हथियार प्रदान किए जा रहे हैं। अगले समय में यूरोपिय देशों के रक्षाबल अमरिकी हथियारों पर निर्भर हो, यही इसका उद्देश्‍य हैं’, ऐसा इशारा रशियन विदेशमंत्री ने दिया।

आर्थिक रूप से कमजोरवैचारिक नज़रिये से यूरोप पर वर्चस्व स्थापित करना और आर्थिक स्त के स्वार्थी हितसंबंधो के लिए अमरीका ऐसी नीति अपना रही है, यह भी लैव्हरोव्ह ने इस समय कहा। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि, यूरोप में फिलहाल ‘क्युबन मिसाइल क्राइसिस’ से मेल करने वाली स्थिति निर्माण हुई है। यूक्रेन एवं यूरोप के हथियारों की वजह से रशिया यह महसूस कर रही हैं, यह भी विदेश मंत्री लैव्हरोव्ह ने कहा है।

रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर पश्‍चिमी देशों ने रशिया पर भारी मात्रा में प्रतिबंध लगाए हैं। लेकिन इन प्रतिबंधों का सबसे ज्यादा नुकसान यूरोपिय देशों को ही पहुँच रहा है, यह पिछले कुछ महीनों के आर्थिक आँकड़ों से देखा गया है। इस पृष्ठभूमि पर रशियन विदेशमंत्री ने दी हुई यह चेतावनी ध्यान आकर्षित करती है।

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