अमरीका ने झिंजिआंग और तिब्बत में ‘स्पाय बलून्स’ से निगरानी की – चीनी विदेश मंत्रालय का आरोप

बीजिंग – अमरीका ने पिछले साल बड़ी मात्रा में ‘हाय अल्टिट्यूड बलून्स’ का इस्तेमाल किया है और चीन के झिंजिआंग और तिब्बत क्षेत्र में दस से अधिक बार अमरिकी बलून्स देखे गए थे, यह आरोप चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वैंग वेन्बिन ने लगाया है। चीन ने अमरिकी बलून्स का मामला व्यावसायिक ढ़ंग से और शांति से संभाला, यह दावा भी चीनी प्रवक्ता ने किया। चीन के यह दावे अमरीका ने ठुकराए हैं और अमरीका ने चीन की सीमा में बलून्स भेजे ही नहीं, यह खुलासा भी किया है।

अमरीका ने शनिवार, ४ फ़रवरी को चीन अमरिकी हवाई सीमा में घुसपैठ करके जासूसी कर रहे चीन का ‘स्पाय बलून’ गिराया था। इस बलून को नष्ट करने के लिए अमरीका ने ‘एफ-२२ रैप्टर’ लड़ाकू विमान और सुपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल किया था। यह बलून मौसम से संबंधित अनुसंधान के कार्य के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था और निर्धारित मार्ग से भटक गया था, ऐसा खुलासा चीन ने किया था। लेकिन, बलून्स के प्राप्त अवशेष में संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक सेन्सर्स बरामद होने से चीन का दावा झूठा साबित हो रहा है। लेकिन, चीन ने अपना बयान नहीं बदला है और अमरीका ने बेवजह ताकत का इस्तेमाल करके बलून नष्ट करने की चिल्लाहट भी की है। साथ ही अमरीका ने भी चीन की सीमा में कई बार बलून भेजने के दावे भी चीन ने किए हैं।

चीन के अधिकारी और सरकारी माध्यमों ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि, अमरीका ने भी चीन की सीमा में बलून्स भेजे थे। बुधवार को चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वेन्बिन ने अधिकृत स्तर पर अमरीका पर बलून्स भेजने का आरोप लगाया। ‘पिछले साल मई से अमरिकी बलून्स चीन की सीमा में देखे जाने की घटनाएं घटी थी। चीन के झिंजिआंग और तिब्बत प्रांत में लगभग दस बार अमरिकी बलून्स दिखाई दिए थे। चीन ने इस पर बवाल किए बिना इस मामले को शांति से संभाला था’, ऐसा चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वेन्बिन ने कहा।

अमरीका ने चीन को किसी भी तरह से आगाह किए बिना अवैध ढ़ंग से अपने बलून्स चीन की सीमा में भेजे थे, ऐसा आरोप भी चीनी प्रवक्ता ने लगाया। अमरीका इस पर खुलासा करे, यह मांग भी इस दौरान चीन ने की है। चीन इस मुद्दे पर उचित प्रत्युत्तर देगा, इसका अहसास भी चीनी प्रवक्ता ने इस दौरान कराया। चीन ने इससे पहले लगाए हुए आरोप अमरीका ने स्पष्ट शब्दों में ठुकराए थे। लेकिन, चीन द्वारा नए आरोप लगाने से यह मामला इन दो देशों के बीच तनाव बढ़ाने का कारण बनेगा, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

इसी बीच जापान ने भी दावा किया है कि, २०१९ से २०२१ के दौरान हमारी हवाई सीमा में भी चीनी बलून्स उड़ते हुए देखे गए थे। जापान के रक्षा विभाग ने इससे संबंधित निवेदन जारी किया है। इसमें बलून्स का ज़िक्र ‘बलून शेप्ड फ्लाईंग ऑब्जेक्टस्‌‍’ किया गया है। इसको लेकर चीनी हुकूमत को भी आगाह किया गया था, ऐसा जापान के रक्षा विभाग ने कहा है। लेकिन, जापान के इन दावों से चीन ने इन्कार किया है।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.