एअर इंडिया-बोईंग समझौते की वजह से अमरीका में दस लाख लोगों को रोज़गार मिलेगा – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन

नई दिल्ली – एअर इंडिया अमरीका की बोईंग कंपनी से २०० से अधिक यात्री विमान खरीद रही है और इससे अमरीका के ४४ प्रांतों में कुल दस लाख लोगों को रोज़गार मिलेगा। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने स्वयं यह जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से साझा की। एअर इंडिया और बोईंग के तकरीबन ३४ अरब डॉलर्स के समझौते का ऐलान होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी से चर्चा के दौरान अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने यह दावा किया। एअर इंडिया और बोईंग का यह समझौता भारत और अमरीका का सहयोग अधिक मज़बूत करेगा, ऐसा विश्वास भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने व्यक्त किया।

एअर इंडियायात्री विमानों का निर्माण करने वाली यूरोप की एअरबस कंपनी से एअर इंडिया ने २५० यात्री विमान खरीदने का निर्णय लिया। मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी और फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन की वर्चुअल मौजूदगी में यह समझौता हुआ। इसके कुछ घंटों बाद अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने एअर इंडिया अमरीका की बोईंग कंपनी से २२० यात्री विमान खरीदेगी, यह बात घोषित की। इसके बाद राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर चर्चा की। इस समझौते की वजह से अमरीका के ४४ प्रांतों में १० लाख लोगों को रोज़गार मिलेगा, यह विश्वास बायडेन ने व्यक्त किया।

एअर इंडियाभारत की एक कंपनी के साथ अमरिकी कंपनी के कारोबार से अमरीका में रोज़गार के अवसर काफी मात्रा में बढ़ेंगे, इस बात की अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष की यह कबूल किया और इस पर व्य्क्त किया गया संतोष बड़ी अहमियत रखता है। बायडेन के कार्यकाल में अमरिकी अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन काफी खराब रहा है और इस दौरान कई लोगों ने रोज़गार खोने से जोरदार आलोचना हो रही है। इसकी वजह से साल २०२४ के चुनावों में बायडेन की दावेदारी का विचार करना भी संभव नहीं है, ऐसा उन्हीं के पार्टी के नेता कह रहे हैं। ऐसी स्थिति में एअर इंडिया से किए गए समझौते की वजह से अमरीका में दस लाख लोगों को रोज़गार मिलेगा, यह मुद्दा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन अधिक जोरों से माध्यमों के सामने रख रहे हैं।

वाईट हाउस के माध्यम सचिव कैरन जीन पेरी ने यह सारी जानकारी माध्यमों से साझा की। साथ ही तकनीकी क्षेत्र में भारत और अमरीका की रणनीतिक भागीदारी की अहमियत राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने प्रधानमंत्री मोदी से हुई चर्चा के दौरान रेखांकित की, ऐसा दावा जीन-पेरी ने किया। तथा दोनों नेताओं ने इस चर्चा में क्वाड संगठन को अधिक मज़बूत बनाने का निर्धार किया, यह भी कैरन जीन-पेरी ने कहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.