एक सप्ताह देर से अमरीका ने चीन का ‘स्पाय बलून’ गिराया – चीन ने दी गंभीर परिणामों की धमकी

वॉशिंग्टन/बीजिंग – अमरीका की हवाई सीमा में घुसपैठ करके पिछले हफ्ते से उड़ान भरकर जासूसी कर रहा चीन का ‘स्पाय बलून’ अमरीका ने गिराया। राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के आदेश के बाद अमरीका के रैप्टर लड़ाकू विमान ‘एफ-२२’ विमान ने सुपरसोनिक मिसाइल दागकर यह बलून नष्ट किया। इस बलून के पूर्जे पाकर चीन ने कौनसी खुफिया जानकारी प्राप्त की थी, इसकी जांच होगी, ऐसा पेंटॅगॉन ने कहा है। ऐसे में हमारे बलून पर अमरीका की कार्रवाई के परिणाम गंभीर होंगे, ऐसी चेतावनी चीन ने दी है।

चीन के ‘स्पाय बलून’ ने पहली बार २८ जनवरी को अमरीका के अलास्का प्रांत की हवाई सीमा में प्रवेश किया था। दो दिन अलास्का के आसमान में घूमने के बाद यह बलून ३० जनवरी को कनाड़ा की हवाई सीमा में प्रवेश करके फिर से ३१ जनवरी को अमरीका की सीमा में दाखिल हुआ था। इस दिन वर्णित बलून ने अमरीका के इदाहो प्रांत में घुसपैठ की थी। ‘हाय अल्टिट्यूड सर्विलन्स’ वर्ग बलून देखने की जानकारी अमरिकी वायुसेना के पायलट ने दर्ज़ की थी। लेकिन, पेंटॅगॉन ने इस पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की थी। सफेद रंग का यह बलून मोंटाना प्रांत में उड़ान भरने के वीडियोज्‌‍ और खबरें प्रसिद्ध होने के बाद पेंटॅगॉन को इस पर खुलासा देना पड़ा था।

मोंटाना प्रांत में अमरीका के परमाणु अस्त्र और मिसाइलों के बड़े अड्डे हैं। इस प्रांत में कम से कम मिसाइलों के २०० से अधिक सायलोज होने का दावा किया जाता है। इसकी वजह से चीन ने अमरीका के सामरिक ठिकानों की जानकारी पाने के लिए यह स्पाय बलून भेजे होंगे, ऐसी चर्चा शुरू हुई थी। लेकिन, चीन का बलून यात्री विमान से अधिक उंचाई पर उड़ रहा था। इस बलून ने संवेदनशील क्षेत्र में उड़ान भरी होगी, फिर भी इससे खतरा ना होने का बयान पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक रायडर ने कहा था। अमरीका के प्रतिनिधि सदन पर नियंत्रण रखने वाले रिपब्लिकन पार्टी ने पेंटॅगॉन के इस खुलासे की आलोचना की। ऐसे में माध्यमों ने भी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन को चीन के इस स्पाय बलून से संबंधित सवाल किए।

इसके बाद शनिवार को साउथ कैरोलिना के तटीय क्षेत्र में वायुसेना के लड़ाकू ‘एफ-२२ रैप्टर’  विमान ने ‘एआईएम-९एक्स’ सुपरसोनिक मिसाइल दागकर इस स्पाय बलून को गिराने का ऐलान किया। पेंटॅगॉन ने इस कार्रवाई का वीडियो भी जारी किया है। साथ ही राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने बुधवार को यानी १ फरवरी के दिन चीनी बलून पर कार्रवाई करने के आदेश देने की बात हो रही थी। लेकिन, अमरीका के भू-क्षेत्र पर मंडराने वाले इस बलून पर कार्रवाई होती को इसके गिरते पूर्जों से स्थानीय लोगों के हताहत होने की या वित्तीय नुकसान होने की संभावना थी। इसकी वजह से यह बलून समुद्री क्षेत्र के करीब पहुंचते ही इस पर कार्रवाई की गई, ऐसा पेंटॅगॉन ने कहा है। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने भी वायुसेना की इस कार्रवाई का स्वागत किया।

इसी बीच, अगले मंगलवार को बायडेन ‘स्टेट ऑफ युनियन’ यानी अमरीका को संबोधित करेंगे। इस भाषण में वे चीनी बलून पर की गई कार्रवाई का ज़िक्र करके राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर सकते हैं, ऐसा दावा अमरिकी विश्लेषक कर रहे हैं। लेकिन, इस कार्रवाई को अंजाम देने के लिए बायडेन प्रशासन ने सात दिनों की देरी क्यों की, यह सवाल रिपब्लिकन पार्टी के नेता कर रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी प्रतिनिधि सदन की जांच समिती के सामने गोपनीय दस्तावेजों के साथ ही चीन के स्पाय बलून के मामले पर बायडेन प्रशासन को घेर सकती है, ऐसा दावा किया रहा है।

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