उत्तर कोरिया ने ‘आईसीबीएम’ के नए इंजन का किया परीक्षण

सेउल – अंतरमहाद्विपीय बैलेस्टिक मिसाइल यानी ‘आईसीबीएम’ प्रक्षेपण की गति बढ़ा रहें घन-ईंधन रॉकेट मोटार का उत्तर कोरिया ने परीक्षण किया। इस वजह से अमरीका के पूर्व हिस्से तक हमला करने की क्षमता के मिसाइलों की गति बढ़ेगी, यह दावा किया जा रहा हैं। तानाशाह किम जाँग उन की अध्यक्षमता में यह परीक्षण करने का ऐलान उत्तर कोरिया ने किया हैं।

उत्तर कोरिया ने कुछ ही हफ्ते पहले परमाणु विस्फोटक वाहक बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। इसमें लंबी दूरी के ‘हॉसौंग-१७’ ‘आईसीबीएम’ का समावेश था। इस परीक्षण के साथ उत्तर कोरिया ने अमरीका और दक्षिण कोरिया को धमकाया था। इस बैलेस्टिक मिसाइल के लिए इस्तेमाल हो रहे रॉकेट मोटार पर काम करना उत्तर कोरिया ने शुरू किया था। गुरूवार को उत्तर कोरिया के सोहेई प्रक्षेपण केंद्र पर यह परीक्षण हुआ।

इस परीक्षण की वजह से उत्तर कोरिया के बेड़े में मौजूद ‘आईसीबीएम’ की गति बढ़ सकती हैं। इससे शत्रु के ठिकानों पर हमले करने के समय में बदलाव हो सकता हैं, इसपर सैन्य विश्लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इस परीक्षण के ज़रिये उत्तर कोरिया सीधे अमरीका और दक्षिण कोरिया को धमकाता दिख रहा हैं।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.