आतंकवाद और गृहयुद्ध के ज़रिये ईरान के टुकड़े करने की साज़िश नाकाम कर दी – ईरानी विदेश मंत्री का ऐलान

तेहरान – प्रदर्शनों के माध्यम से आतंकवाद और गृहयुद्ध छेडकर ईरान के टुकड करने की साज़िश की गई थी। इसके लिए अमरीका और इस्रायल ने आतंकियों को हथियारों की आपूर्ति भी की थी। लेकिन, ईरान की सुरक्षा यंत्रणाओं ने इस साज़िश को नाकाम कर दिया, ऐसा दावा ईरानी विदेश मंत्री हुसेन आमिर अब्दुल्लाहियान ने किया। यह आरोप बेबुनियाद नहीं हैं, ईरान के पास इसके सबूत हैं ऐसा दावा भी उन्होंने किया। इससे पहले ईरान के विदेश मंत्री ने भी अपने देश की अस्थिरता के पीछे सौदी अरब का हाथ होने का आरोप लगाया था।

कतार में फुटबॉल वर्ल्ड कप प्रतियोगिता के दौरान ईरानी खिलाड़ियों ने राष्ट्रगान गाने से इन्कार करने के बाद ईरान के प्रदर्शनों की अधिक चर्चा होने लगी है। ईरान मानव अधिकारों का उल्लंघन कर रहा है और प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई कर रहा है, ऐसा आरोप अमरीका और यूरोपिय देशों ने लगाया है। इसी बीच संयुक्त राष्ट्रसंघ ने ईरान के प्रदर्शनों की जांच करने हेतु अपने अधिकारी भेजने का ऐलान किया है। हमारे मानव अधिकार दल को ईरान अनुमति दे, यह आवाहन राष्ट्र संघ ने किया है। ईरान  ने इसका जवाब नहीं दिया और विदेश मंत्री ने अमरीका और मित्रदेशों पर ही गंभीर आरोप लगाए हैं।

‘ईरान के टुकड़े करना ही शत्रु देशों का अंतिम ध्येय है। शत्रु देशों को ईरान में आतंकी हमले करके गृहयुद्ध बढाना है’, ऐसा आरोप ईरान के विदेश मंत्री हुसेन आमिर अब्दुल्लाहियान ने लगाया। अमरीका और यूरोप के कुछ देशों के प्रतिनिधियों ने प्रदर्शनों का दाखिला देते हुए कहा था कि, ईरान की हुकूमत का तख्ता पलटने के लिए यही उचित अवसर है। इसकी याद ईरान के विदेश मंत्री ने ताज़ा की। शत्रु देश की इस साज़िश के सबूत ईरान सरकार के पास हैं, यह दावा आमिर अब्दुल्लाहियान ने किया।

‘विश्व के इतिहास में सबसे लंबे समय तक मानव अधिकारों का उल्लंघन करने का घने काले इतिहास के एवं अन्य देशों का शोषण कर रही अमरीका और यूरोपिय देश ईरान को मानव अधिकारों की अहमियत ना बताएं’, ऐसी फटकार ईरान के विदेश मंत्री ने लगायी। ईरान में वास्तव में क्या हो रहा है, इसकी जानकारी अमरीका, इस्रायल और ई-3 नाम से जाने जा रहे ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी को बिल्कुल नहीं है। इसी वजह से यह देश ऐसे बेताल बयान कर रहे हैं, ऐसी फटकार ईरानी विदेश मंत्री ने लगायी।

ईरान में प्रदर्शनों के हमलों में सुरक्षा बल के 50 से अधिक सैनिकों की तेज़ हथियारों एवं बंदुकों से हत्या की गई, ऐसा आरोप विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियान ने लगाया। इराके के कुर्दिस्तान प्रांत से इन आतंकियों को हथियारों से लैस करके उन्हें ईरान में घुसाया जा रहा है। इराक में ऐसे 76 आतंकी है और अमरीका और इस्रायल उन्हें हथियारों की आपूर्ति करते हैं, यह आरोप बड़ी गंभीरता से ईरानी विदेश मंत्री ने लगाया। इराक के नेताओं ने इन आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने का वादा किया है, यह विश्वास अब्दुल्लाहियान ने व्यक्त किया।

इसी बीच, दो महीने से अधिक समय से हो रहे इन प्रदर्शनों की वजह से यह ईरानी हुकूमत के लिए चुनौती है, ऐसा दावा किया जा रहा है। इसी में ईरान प्रदर्शनकारियों पर कर रही कार्रवाई का निषेध करके अमरीका ने ईरान के अधिकारियों पर नए प्रतिबंध घोषित किए हैं।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.