लेफ्टनंट जनरल असीम मुनीर पाकिस्तान के अगले सेनाप्रमुख बनेंगे

इस्लामाबाद – लेफ्टनंट जनरल असीम मुनीर पाकिस्तान के नए सेनाप्रमुख बनेंगे। राष्ट्रपति अरिफ अल्वी ने उनके नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर किए और इसके बाद सेनाप्रमुख पद की नियुक्ति पर विवाद खत्म होने के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन, उनके नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर करने से पहले राष्ट्रपति अल्वी ने विपक्षी नेता इम्रान खान से मुलाकात करने की भी खबरें प्रसिद्ध हुई हैं। असीम मुनीर इम्रान खान के विरोधी और सेनाप्रमुख जनरल बाजवा के भरोसेमंद अधिकारी माने जाते हैं। इसकी वजह से उनकी नियुक्ति पर इम्रान खान और उनके सहयोगी नाराज़ हैं। मुनीर की नियुक्ति की चर्चा हो रही थी तब इम्रान खान ने पाकिस्तानी सेना की आलोचना करना शुरु किया। अमरीका के आतंकवाद विरोधी युद्ध में पाकिस्तान की सेना ने भाड़े पर ली हुई बंदूक की तरह काम किया, ऐसा आरोप इम्रान खान ने लगाया है।

लेफ्टनंट जनरल असीम मुनीर ने ‘आयएसआय’ प्रमुख के तौर पर काम किया था। तब अपने कार्यकाल में उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान की पत्नी द्वारा किए गए गबन का भांड़ाफोडा था। इसकी वजह से वे इम्रान खान के कड़े विरोधी होने के दावे किए जा रहे हैं। इसी वजह से जनरल बाजवा ने मुनीर को सेनाप्रमुख के पद पर नियुक्त किया है, ऐसा दावा किया जा रहा है। साथ ही पाकिस्तान में फिलहाल सत्ता की बागड़ोर संभाल रहे प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की सरकार को भी इम्रान खान को सबक सिखानेवाला अधिकारी सेनाप्रमुख पद पर नियुक्त करना था। इस वजह से लेफ्टनंट जनरल असीम मुनीर की नियुक्ति पर पाकिस्तान की नई सरकार और सेनाप्रमुख जनरल बाजवा की सहमति होने की चर्चा है।

लेकिन, इस नियुक्ति की वजह से इम्रान खान और उनके समर्थक बेचैन हैं। पाकिस्तान के मौजूदा राष्ट्रपति अरिफ अल्वी इम्रान खान की पार्टी के हैं। इसी वजह से पाकिस्तान के मंत्रिमंड़ल ने लेफ्टनंट जनरल असीम मुनीर की नियुक्ति का प्रस्ताव जैसे ही अल्वी को भेजा गया वे इम्रान खान से मिलने तुरंत लाहोर की ओर भागे। खान से मुलाकात करके अल्वी ने इस्लामाबाद लौटते ही मुनीर की नियुक्ति के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। इम्रान खान की ‘पाकिस्तान तेहरिक-ए-इन्साफ’ (पीटीआई) पार्टी के नेता फवाद चौधरी ने सेनाप्रमुख के तौर पर असीम मुनीर कैसे काम करते हैं, यह देखकर ही बयान किया जाएगा, ऐसी सावधानता की भूमिका अपनाई है।

असीम मुनीर की नियुक्ति की खबरें प्राप्त हो रही थीं तभी इम्रान खान ने पाकिस्तान की सेना पर फिर से आलोचना की। अमरीका ने शुरू किए हुए युद्ध में पाकिस्तान की सेना ने भाड़े पर ली हुई बंदूक की तरह काम किया, ऐसी आलोचना इम्रान खान ने की। इससे पहेल एक साक्षात्कार के दौरान इम्रान खान ने पाकिस्तान अमरीका का गुलाम होने का बयान किया था। इस पर खुलासा करते हुए इम्रान खान ने पाकिस्तान के अमरीका के साथ संबंध भारत-अमरीका संबंधों की तरह सम्मानजनक नहीं हैं, यह दाखिला दिया। इसके बाद अमरीका की आतंकवाद विरोधी जंग में पाकिस्तान की सेना ने भाड़े पर ली हुई बंदूक की तरह काम किया, ऐसी फटकार लगायी।

इम्रान खान की यह आलोचना महज़ एक संजोग नहीं है बल्कि यह सेनाप्रमुख बन रहे असीम मुनीर को इशारा देने की बात दिख रही है। अगले कुछ महीनों में पाकिस्तान में आम चुनाव घोषित किए जाएं, ऐसी मांग इम्रान खान कर रहे हैं। साथ ही इस चुनावों में पाकिस्तान की सेना गुप्त सहायता करके हमें सत्ता पर बिठाए, इम्रान खान यह उम्मीद करते हैं। लेकिन, इसके आगे पाकिस्तान की सेना राजनीतिक दखलअंदाज़ी नहीं करेगी, यह ऐलान मौजूदा सेनाप्रमुख जनरल बाजवा ने करके इम्रान खान की मांग ठुकराई है। असीम मुनीर से भी इम्रान खान को ऐसा ही, या अधिक सख्त जवाब मिलने की कड़ी संभावना सामने आ रही है।

इसकी वजह से पाकिस्तान सरकार के साथ सेना की भी कड़ी आलोचना करने वाले इम्रान खान आनेवाले दिनों में अधिक आक्रामक बनेंगे, ऐसे दावे किए जा रहे हैं।

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