रशिया-यूक्रेन युद्ध विराम के लिए अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की रशिया के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा

वॉशिंग्टन/मास्को – यूक्रेन ने युद्ध रोकने के लिए रशिया से चर्चा करें, इसके लिए अमरीका दबाव बनाने की कोशिश मे होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। लेकिन, यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेंस्की ने इसे नकारा है। इसके बाद अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी सीधे रशियन अधिकारियों से चर्चा करते दिख रहे हैं। रशिया दे रही परमाणु हमले की धमकियों या अमरीका के मध्यावधि चुनाव के नतीजे ही इस चर्चा के पीछे होन के दावे किए जा रहे हैं। इस मध्यावधि चुनाव मे राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की डेमोक्रैट पार्टी के हालाथ बुरे होंगे और संसद में रिपब्लिकन पार्टी का वर्चस्व स्थापित होने की कड़ी संभावना हैं। ऐसा हुआ तो अमरीका से यूक्रेन को प्रदान हो रही सभी सहायता रोक दी जाएगी, ऐसी चेतावनी रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं ेन दी थी। यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए बायडेन प्रशासन ने यकायक की हुई इस पहल की यही पृष्ठभूमि हैं।

अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन रशिया के वरिष्ठ अधिकारियों के संपर्क में होने का वृत्त ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ नामक नामांकित अमरिकी अखबार ने दिया है। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन के विदेश नीति सलाहकार युरी उषाकोवा और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के प्रमुख निकोलाय पत्रुशेव से सुलिवन ने चर्चा करने का बयान अमरिकी अखबार ने किया है। रशिया-यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के साथ ही इसे रोकना एवं रशिया के साथ संवाद कायम रखने की मंशा से यह बातचीत हुई ऐसा वॉल स्ट्रीट जर्नल के वृत्त में कहा गया है।

बायडेन प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी रशिया के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपना रहे हैं। विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन के साथ कई अधिकारी रशिया को गंभीर परिणामों की चेतावनी दे रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर सुलिवन ने रशिया से चर्चा करने का मार्ग खुला रखने की नीति अपनाई है, यह दावा प्रशासन के सूत्र ने किया। पिछले हफ्ते यूक्रेन की यात्रा के दौरान भी सुलिवन ने यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष से संघर्ष रोकने के लिए आवश्यक कोशिश शुरू करने का आवाहन किया है, ऐसा अमरिकी अखबार के वृत्त में कहा गया है। सीधे शांति वार्ता शुरू नहीं करनी है तो कम से कम संघर्ष रोकने की कोशिश शुरू है, ऐसे संकेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय को प्राप्त होने चाहिए, ऐसी भूमिका सुलिवन ने रखने का दावा किया जा रहा है।

अमरीका की शुरू चर्चा की इन कोशिशों पर प्रतिक्रिया देने से रशिया ने फिलहाल इन्कार किया है। ‘अमरिकी अखबार के वृत्त पर रशिया को कुछ भी कहना नहीं हैं’, ऐसा रशियन सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा। इसी बीच बायडेन प्रशासन की जारी कोशिसों के पीछे परमाणु हमलों के बढ़ते खतरे के साथ ही अमरिकी संसद में होने वाले संभावित परिवर्तन की भी वजह बताई जा रही है। मंगलवार को हो रहें मध्यावधि चुनाव के बाद संसद में रिपब्लिकन पार्टी का वर्चस्व रहेगा, ऐसा अनुमान जताया गया है। ऐसा हुआ तो यूक्रेन को अमरीका से प्राप्त हो रही सहायता बंद होने की संभावना है। ऐसा हुआ तो यूक्रेन के रशिया के खिलाफ शुरू हमलों के लिए मुश्किल बन सकती है। साथ ही यूक्रेन को रशिया विरोधी संघर्ष मे पीछे हटना भी पड़ सकता है।

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