इस्रायल-लेबनान ने समुद्री विवाद खत्म करने के लिए समझौता किया – इस्रायल, लेबनान, अमरीका समेत हिज़बुल्लाह के प्रमुख ने किया समझौते का स्वागत

जेरूसलम/बेरूत/वॉशिंग्टन – इस्रायल और लेबनान की समुद्री सीमा का विवाद खत्म करने के लिए समझौता हुआ हैं। इस्रायल, लेबनान और अमरीका ने इस उपलब्धि का स्वागत किया। साथ ही इस्रायल को सबसे बड़े बैरी समझ रहे हिज़बुल्लाह संगठन का प्रमुख हसन नसरल्लाह ने भी यह समझौता यानी लेबनीज जनता की जीत होने का दावा किया। साथ ही इस्रायल को हमले की धमकियाँ दे रहें नसरल्लाह ने इस समझौते के बाद समुद्री क्षेत्र में इस्रायल के खिलाफ जारी किया ‘अलर्ट’ हटाने का ऐलान किया। एक-दूसरें का अस्तित्व स्वीकार ना करनेवाले इस्रायल और लेबनान ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की मध्यस्थता से किया यह समझौता ध्यान आकर्षित करता हैं। इसके बाद इस्रायली ईंधन कंपनियों ने इस विवादीत क्षेत्र में ईंधन वायु खनन का काम शुरू करने का वृत्त भी प्राप्त हुआ हैं।

इस्रायल और लेबनान इन देशों के समुद्री क्षेत्र में ईंधन वायु के काफी बड़े भंड़ार मौजूद होने की बात सामने आयी थी। यह क्षेत्र हमारी सीमा का हिस्सा होने का दावा करके इस्रायल ने यहां पर ईंधन खनन शुरू करने की खबरें प्राप्त हुई ती। इसपर लेबनान का तीव्र बयान सामने आया था। लेबनान की सरकार पर प्रभाव रखनेवाली चरमपंथी संगठन हिज़बुहल्लाह का प्रमुख हसन नसरल्लाह ने तो इस मामले में इस्रायल पर हमलें करने की धमकी दी थी। यह धमकी खोखली ना होने की बात नसरल्लाह ने इस्रायल विरोधी अलर्ट जारी करके दिखाई थी। यह विवाद बिगड़ने की स्थिति में था, तब ही इस्रायल और लेबनान की सरकार इसपर अप्रत्यक्ष चर्चा कर रहे हैं, ऐसीं खबरें भी सामने आयी थी।

इस पृष्ठभूमि पर संयुक्त राष्ट्रसंघ की मध्यस्थता से इस्रायल और लेबनान ने यह समझौता किया। लेकिन, इस  समझौते  का स्वरूप अन्य आम समझौतों की तरह नही था। इस्रायली प्रधानमंत्री येर लैपिड ने इस समझौते पर हस्ताक्षर करने की जानकारी इस्रायली यंत्रणाओं ने साझा की। इसी बीच लेबनान के राष्ट्राध्यक्ष ने अपने दफ्तर से इस समझौते को मंजूरी प्रदान करने वाले खत पर हस्ताक्षर किए। इस तरह से यह समझौता हुआ। यह समझौता नहीं हुआ और लेबनीज जनता के अधिकार ठुकरआए गए, तो इस्रायल पर टूट गिरने की धमकियाँ देते रहें हिज़बुल्लाह के प्रमुख ने भी इस समझौते का स्वागत किया हैं। यह समझौता यानी लेबनीज जनता की जीत हैं, ऐसा यान करके हिज़बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्ला ने इस समझौते का विरोध कर रहें द्वेष के कारण अंधे हुए हैं, ऐसी आलोचना की।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने भी इस समझौते का स्वागत किया हैं। यह समझौता यानी इस्रायली प्रधानमंत्री येर लैपिड की सरकार को प्राप्त हुई बड़ी सफलता होने का दावा किया जा रहा हैं। इस वजह से एक ही समय पर इस्रायल और लेबनान की सरकार और हिज़बुल्लाह और अमरीका भी इस समझौते का स्वागत करती दिख रही हैं। अबतक हम इस्रायल-अरब खाड़ी देशों के सहयोग की शुरूआत करनेवाले अब्राहम  समझौते  की बात सुनकर थे। लेकिन, इस्रायल-लेबनान का यह समझौता यानी नए युग की शुरुआत साबित होगी, ऐसा इस समझौते के लिए मध्यस्थता की भूमिका निभाने वाले संयुक्त राष्ट्र संघ के इलियास बाव्‌‍ साब ने कहा हैं।

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