युगांड़ा में ‘एबोला’ की महामारी से ३० की मौत

कंपाला – पूर्व अफ्रीका के युगांडा में एबोला की महामारी का दायार धीरे धीरे बढ़ता दिख रहा है। दो हफ्ते पहले एबोला की शुरूआत होने से दो जिलों में लॉकडाऊन शुरू किया गया। इसके बावजूद देश के अन्य हिस्सों में एबोला के संक्रमित सामने आना शुरू हुआ हैं। बुधवार को युगांड़ा सरकार ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार एबोला की महामारी से ३० लोग जान से गए हैं और संक्रमितों की संख्या बढ़कर ३०  हुई हैं। युगांडा में एबोला का फैलाव होने का पिछले दो दशकों में यह छठवां अवसर हैं।

पिछले महीने १९ तारिख को मध्य युगांडा के मुबेंडे डिस्ट्रिक्ट में एक २४ वर्ष के युवा की एबोला से मौत हुई ती। जाँच से इसकी मौत एबोला विषाणु के ‘सुड़ान एबोला वायरस’ के संक्रमण से होने की बात सामने आयी। ‘सुड़ान एबोला वायरस’ इसके छह वेरियंट में से एक हैं और इसके संक्रमण से मौत होने की मात्रा ४० प्रतिशत से भी अधिक हैं। १९ सितंबर को इसकी मौत होने के बाद मात्र एक ही हफ्ते में तीन जिलों में एबोला के सामने आना शुरू  हुआ। इसके कुछ ही दिनों बाद एबोला संक्रमितों की संख्या ६० हुई और २५ से अधिक की मौत होने की जानकारी साझा की गई।

१२ अक्तुबर को राजधानी कंपाला में भी एबोला का संक्रमित पाया गया। इससे ड़रे युगांड़ा की सरकार ने १५ अक्तुबर को मध्य युगांडा के कुछ हिस्सों में लॉकडाऊन का ऐलान किया। इसके बाद मृतकों की संख्या कम हुई, फिर भी संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती देखी जा रही हैं। बुधवार को साझा हुई जानकारी के अनुसार एबोला के संक्रमितों की संख्या अब १०९ हुई हैं और ३० लोगों की मौत हुई हैं। लेकिन, सूत्रों ने इन मृतकों की संख्या अधिक होने का दावा किया हैं। अफ्रीकी स्वास्थ्य यंत्रणा ने यह महामारी नियंत्रण में होने की बात स्पष्ट की और अमरीका ने आवश्यक दवाईयाँ भेजने की जानकारी भी प्रदान की।

इससे पहले साल २०१८ से २०२० के दौरान अफ्रीका के ‘डीआर कांगो’ में ‘एबोला’ की बड़ी महामारी फैली थी। इससे करीबन साडेतीन हज़ार लोग एबोला के चपेट में थे। और इनमें से दो हज़ार की मौत हुई थी। ‘डीआर कांगो’ को अबतक १३ बार एबोला की महामारी से नुकसान पहुँचा हैं। इसके अलावा युगांडा में पिछेल दो दशकों में पांच बार एबोला की महामारी देखी गई और मौजूदा महामारी छठवी कही जा रही हैं।

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