जनरल रावत की मृत्यू के कारण देश शोक में है, लेकिन प्रगति नहीं रुकेगी – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश

नई दिल्ली/बलरामपूर – ‘रक्षाबलप्रमुख जनरल बिपीन रावत, उनकी पत्नी एवं ११ सहयोगियों की अकाली मृत्यू होने का शोक सभी भारतीयों को है| हर एक राष्ट्रभक्त को इस दुर्घटना ने बड़ा नुकसान पहुँचाया है| लेकिन, इसकी यातना होने के बावजूद देश की प्रगति कहीं भी रुकेगी नहीं| भारत आगे ही बढ़ता रहेगा’, ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है|

शनिवार के दिन प्रधानमंत्री के हाथों उत्तर प्रदेश में शरयू नदी पर ९,८०० करोड़ रुपये लागत से बनाए सरयू नहर नैशनल प्रोजेक्ट का उद्घाटन हुआ| इस प्रोजेक्ट की वजह से १४ लाख हेक्टर खेत की सिंचाई होगी और २९ लाख किसानों को इससे लाभ प्राप्त होगा| इस दौरान बोलते समय प्रधानमंत्री ने, हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हुए जनरल रावत और उनके सहयोगियों को श्रद्धांजली दी|

‘जनरल रावत योद्धा थे| भारत की सरहदों की सुरक्षा अधिक मज़बूत हों, तीनों रक्षाबल आत्मनिर्भर बनें, इसके लिए जनरल रावत काफी परिश्रम कर रहे थे| पूरा देश इसका गवाह है| इस वजह से जनरल रावत और उनके सहयोगियों की मृत्यु होने से पूरा देश काफी शोक में हैं| इसकी वेदना और यातना सहन कर रहा है’, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री ने देश की आम जनता की भावना व्यक्त की|

‘लेकिन, इन यातनाओं को बर्दाश्त करते समय भी, हमारी गति और प्रगति रोकनी नहीं है| देश की सीमा की सुरक्षा अधिक मज़बूत करना, सीमा क्षेत्र की बुनियादी सुविधा अधिक मज़बूत करना, तीनों रक्षाबलों को आत्मनिर्भर बनाना और साथ ही रक्षाबलों का समन्वय अधिक सुधारना, ये काम उसी गति से आगे ले जाएँगे’, यह निर्धार प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया|

‘हम सभी भारतीय मिलकर कड़े परिश्रम करेंगे और देश में मौजूद एवं बाहरी चुनौतियों का मज़बूती से मुकाबला करेंगे| भारत को हम ताकतवर और समृद्ध राष्ट्र बनाएँगे’, यह संदेश प्रधानमंत्री मोदी ने दिया| ‘जनरल बिपीन रावत जहाँ कही होंगे, वहाँ से भारत को नए संकल्प के साथ तेज़ प्रगति करते देखेंगे’, यह विश्‍वास प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया|

‘सैनिक सिर्फ सेना में रहते समय ही सैनिक नहीं होता| बल्कि वह पूरे जीवन के लिए सैनिक ही रहता है| सैनिक का पूरा जीवन योद्धा की तरह ही होता है| सैनिक का हर एक पल देश के सम्मान, प्रतिष्ठा के लिए होता हैं| सैनिकों के इस निर्धार को और देश के प्रति होनेवाली समर्पण की भावना को कोई हथियार नुकसान नहीं पहुँचा सकता’, यह बात प्रधानमंत्री ने भगवद्गीता के श्‍लोक की मिसाल देकर बयान की|

इस दुर्घटना में गंभीर घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जल्द से जल्द स्वस्थ हों, यह प्रार्थना भी प्रधानमंत्री मोदी ने की| इसी बीच, शनिवार को कुन्नूर में हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना में शहीद हुए, रक्षाबलों के छह अधिकारियों के पार्थिव शरीर पर अंतिम संस्कार किए गए| स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह के पार्थिव शरीर पर राजस्थान में उनके गांव में अंतिम संस्कार किये गये| विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की अंतिम विदाई आग्रा में हुई| ज्युनियर वॉरंट ऑफिसर राणा प्रताप दास के पार्थिव शरीर पर ओड़िशा में उनके गांव में अंतिम संस्कार किए गए|

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