भारत और श्रीलंका के प्रधानमंत्री ने की फोन से बातचीत

नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने बुधवार के दिन फोन के ज़रिये बातचीत की। कोरोना वायरस का संकट बना होते हुए भारत श्रीलंका को हर संभव सहायता प्रदान करेगा, यह भरोसा प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री को दिलाया। पिछले हफ्ते भर में प्रधानमंत्री मोदी ने बांगलादेश, मॉरिशस, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रिया और इजिप्ट के नेताओं से फोन पर बातचीत की है।

श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के संसदीय कार्यकाल के ५० वर्ष पूरे हुए हैं। इसीके उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया और उन्हें शुभेच्छा प्रदान की। कोरोना वायरस के संकट पर दोनों देशों के नेताओं की चर्चा हुई। इस चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने, भारत श्रीलंका को हरसंभव सहयोग प्रदान करेगा, यह भरोसा दिलाया। इससे पहले जब महिंदा राजपक्षे श्रीलंका के राष्ट्राध्यक्ष थे, तब उनकी पहचान चीनपरस्त एवं भारतविद्वेषी ऐसी बनी थी। श्रीलंका के चुनाव में हुई अपनी हार के लिए भी राजपक्षे ने भारत को ज़िम्मेदार ठहराया था। लेकिन, कुछ महीने पहले श्रीलंका के चुनावों में जीत प्राप्त करनेवाले राजपक्षे की नीति में अब पूरी तरह से बदलाव हुआ है।

एक ही दिन पहले समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान प्रधानमंत्री राजपक्षे ने भारत और चीन ये दोनों श्रीलंका के मित्रदेश हैं और दोनों के बारे में श्रीलंका निष्पक्ष नीति अपनाएगी, ऐसा यक़ीन दिलाया था। श्रीलंका का इस्तेमाल करके भारत के विरोध में रणनीतिक रचना कर रहें चीन के लिए यह झटका साबित होता है। इस पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री मोदी और राजपक्षे के बीच फोन पर हुई यह बातचीत, इस बार श्रीलंका चीन के पक्ष में खड़ी नहीं रहेगी, यही संकेत दे रही है। श्रीलंका का यह तटस्थ रवैया भारत के लिए लाभदायक बात साबित होती हैं।

पिछले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री मोदी ने बांगलादेश, संयुक्त अरब अमिरात, मॉरिशस, ऑस्ट्रिया और इजिप्ट के नेताओं से फोन पर बातचीत की। जब कोरोनावायरस की महामारी आयी, तब भारत ने अपने पड़ोसी देशों के साथ ही बांगलादेश के भी ठोस सहायता की है। कुछ दिन पहले भारत के पश्‍चिम बंगाल, ओडिशा इन राज्यों के साथ बांगलादेश को भी एम्फान चक्रवात ने झटका दिया था। इस तूफान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और प्रधानमंत्री शेख हसिना ने बातचीत की थी। इस आपदा के दौरान भारत बांगलादेश के साथ होने का आश्वासन उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने दिया था। वहीं, संयुक्त अरब अमिरात के प्रिन्स मोहम्मद बिन झायेद के साथ भी प्रधानमंत्री मोदी ने फोन पर बातचीत की थी। साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी और मॉरिशस, ऑस्ट्रिया और इजिप्ट के नेताओं की भी फोन पर बातचीत हुई थी।

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