देश में अठारह महीनों में ३.१७ लाख साइबर अपराध

नई दिल्ली – देश में साइबर अपराधों में बड़ी बढ़ोतरी हुई होकर केवल अठारह महीनों में ही तीन लाख से भी अधिक साइबर अपराध दर्ज हुए हैं। इनमें से सर्वाधिक साइबर अपराध महाराष्ट्र में हुए हैं। उसके बाद कर्नाटक में सर्वाधिक अपराध दर्ज हुए हैं। लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने इसके बारे में जानकारी दी।

अगस्त २०१९ में केंद्र सरकार ने ‘नॅशनल साइबर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल’ की स्थापना की थी, जिससे कि साइबर अपराध दर्ज करने के लिए केंद्रीय व्यवस्था उपलब्ध होगी। इस पोर्टल की शुरुआत होने से लेकर ३ लाख १७ हजार ४३९ साइबर अपराध दर्ज होने की बात केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रेड्डी ने लोकसभा में कही। इनमें से सर्वाधिक अपराध महाराष्ट्र में दर्ज हुए हैं। महाराष्ट्र में ५० हजार ८०६ अपराध हुए हैं। वहीं, इनमें से ५३४ मामलों में एफआईआर दर्ज किया गया है।

महाराष्ट्र के बाद कर्नाटक में २१,५६२ अपराध दर्ज हुए हैं; वहीं, ८७ मामलों में एफ आई आर दर्ज किया गया है। देशभर में पिछले डेढ़ साल में साइबर अपराधों के संदर्भ में कुल ५ हजार ७७१ एफआयआर दर्ज होने की जानकारी रेड्डी ने दी। राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों के साथ केंद्र सरकार बढ़ते साइबर अपराधों के संदर्भ में नियमित संपर्क में है। इसके बारे में केंद्र द्वारा राज्यों को समय-समय पर सूचनाएं भी की जाती है, ऐसा रेड्डी ने स्पष्ट किया। साइबर अपराधों के संदर्भ में कानून के अनुसार कार्यवाही की जा रही है, ऐसा रेड्डी ने कहा है। छ: महीने पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल ने भी बढ़ते साइबर अपराध और हमलों के बारे में चिंता व्यक्त की थी। कोरोना के संकट में लॉक डाउन होने के बाद ऑनलाइन व्यवहारों में काफी बढ़ोतरी हुई। इसका नाजायज़ फायदा साइबर गुनाहगारों द्वारा उठाया जा रहा है। देश में साइबर अपराधों में ५००% से वृद्धि हुई है, ऐसा डोवल ने कहा था । साइबर स्पेस में होनेवाला डाटा सोने की खान जितना ही मूल्यवान होकर, किसी जानकारी का चोरी होना खतरनाक साबित हो सकता है। इस कारण नागरिक ऑनलाइन व्यवहार करते समय चौकन्ने रहें, ऐसा आवाहन भी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने किया था।

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