त्रिपुरा, मेघालय, नागालॅंड चुनाव के निर्णय घोषित

नई दिल्ली: त्रिपुरा, मेघालय और नागालॅंड इन राज्यों में विधानसभा चुनाव के निर्णय घोषित हुए हैं। इन चुनाव में भारतीय जनता पक्ष में स्थानीय पक्षों की सहायता से बड़ी सफलता प्राप्त की है। बहुत बड़ा अस्तित्व ना होते हुए भी उत्तर-पूर्व राज्यों में भाजपा को मिली सफलता ध्यान केंद्रित करने वाली है, ऐसा दावा राजनीतिक विश्लेषक कर रहे हैं।

त्रिपुरा में भाजपा एवं अग्रणी के पक्षों के साथ सरकार स्थापन करने का मार्ग खुलने की बात दिखाई दे रही है। इन राज्यों में भाजपा एवं सहयोगी पक्षों को ६० में से ४३ जगह पर विजय प्राप्त हुआ है। तथा मेघालय में कॉंग्रेस एवं नॅशनल पीपल्स पार्टी एनसीपी और भाजपा को के संगठन को २१ जगह पर विजय प्राप्त हुआ है। इसकी वजह से मेघालय में सत्ता स्थापना के लिए रस्सीखेंच शुरू होकर कॉंग्रेस एवं एनपीपी-भाजपा के गठबंधन को अपने पास पर्याप्त संख्या में होने का दावा किया जा रहा है।

नागालॅंड में भाजपा एवं नॅशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी एनडीपीपी के संगठन को कुल मिलाकर ३० जगहों पर विजय प्राप्त हुआ है। यह संगठन अब सरकार स्थापित करेगा ऐसा, दावा किया जा रहा है। इनमें से ३  राज्यों में २ भाजपा प्रणीत संगठित सरकार सत्ता पर आने की तैयारी में होने की बात स्पष्ट हो रही है। उस समय मेघालय में भारतीय जनता पार्टी के दो विजय उम्मीदवार एवं अन्य पक्षों का मिलकर १९ विजयी उम्मीदवार के हाथ सत्ता के सूत्र आएंगे, ऐसा दावा विशेषज्ञों से किया जा रहा है।

त्रिपुरा में इस से पहले सत्ता पर आए हुए कम्युनिस्ट पक्ष को उस समय केवल १६ जगह मिले हैं तथा मेघालय में पहले हुए चुनाव में ६० में से २९ जगह जीतने वाले कॉंग्रेस पक्ष ने इस चुनाव में ८ जगह गवाए है और इस पक्ष को २१ जगह पर समाधान मानना पड़ा है। उत्तर पूर्व राज्यों में बड़ी पृष्ठभूमि ना होते हुए भी भाजपा ने पहली बार इतना दमदार काम कर दिखाया है। जिससे राजनैतिक निरीक्षकों के अंदाज चुक गए हैं। पक्ष को मिली सफलता आनेवाले समय में अत्यंत महत्वपूर्ण होगी एवं उत्तर पूर्व के राज्यों की जनता को देश के मुख्य प्रणाली में लाने के लिए अधिक जोरो से प्रयत्न किए जाएंगे, ऐसा भाजपा के नेताओं ने कहा है।

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