अमरीका के लंबी दूरी के मिसाइलों की जापान में तैनाती मुमकिन – जापान के अखबार की जानकारी

टोकियो – बायडेन प्रशासन बातचीत के लिए तैयार होता है तो अमरीका के मध्यम एवं लंबी दूरी के मिसाइलों की जापान में तैनाती मुमकिन होगी, ऐसा प्रस्ताव जापान ने अमरीका को दिया है। इन मिसाइलों की तैनाती को लेकर पिछले कुछ सालों से अमरीका और जापान सिर्फ बातचीत कर रहे हैं। लेकिन, चीन और उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर जापान सरकार आक्रामक रणनीतिक निर्णय ले रही है, ऐसा दावा जापान के शीर्ष अखबार ने किया।

जापान ने पिछले सात दशकों से अपनाई हुई रक्षात्मक सैन्य नीति छोड़ने का ऐलान जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने एक महीना पहले की थी। इसके लिए जापान ने अपने रक्षा खर्च में बड़ी बढ़ोतरी करके मध्यम एवं लंबी दूरी के मिसाइलों का निर्माण एवं तैनाती को प्राथमिकता दी। साथ ही अपने मित्र देशों के साथ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में युद्धाभ्यास में शामिल होने के अलावा  जरूरत पडने पर फौजी भूमिका अपनाने का ऐलान किया था।

इसके बाद जापान के प्रधानमंत्री ने अमरीका के साथ यूरोपिय मित्रदेशों का दौरा किया था। अमरीका के दौरे में राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री किशिदा ने एकसाथ मध्यम एवं लंबी दूरी की मिसाइलों की तैनाती के बारे में चर्चा की, ऐसा दावा जापान के ‘सांके शिंबून’ नामक अखबार ने इससे संबंधित अधिकारी के दाखिले से किया। अमरीका की हायपरसोनिक मिसाइलों की तैनाती के लिए भी जापान अनुकूल है, ऐसा इस अखबार ने कहा है।

साल २०२७ तक जापान अमरीका से ५०० मिसाइलें खरीद सकता है। इनमें १,००० किलोमीटर मारक क्षमता की मिसाइलों का समावेश होगा, यह दावा किया जा रहा है। इसके अलावा अमरीका के ‘टॉमाहॉक’ मिसाइलों की खरीद को लेकर जापान पिछले कई सालों से अमरीका से बातचीत कर रहा है। इनमें से कुछ मिसाइलों की तैनाती जापान के क्युशू द्वीपसमूह एवं करीबी द्वीपों पर करने के संकेत जापान ने दिए थे, ऐसा भी इस अखबार ने कहा है।

इसी बीच, अमरीका का जापान की इस मांग को अब तक समर्थन नहीं मिला है। इसकी वजह से पिछले कई सालों से यह मुद्दा आगे बढ़ नहीं पाया है। लेकिन, पिछले कुछ महीनों से ईस्ट और साउथ चाइना सी क्षेत्रों में चीन और उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर जापान इन मिसाइलों की तैनाती के लिए जोर दे रहा है, ऐसा दावा इस अखबार ने किया है।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.