यूक्रेन भेजे जाने वाले हथियार आतंकियों के हाथ लगेंगे – ब्रिटेन के वरिष्ठ अधिकारियों ने आगाह किया

आतंकियों के हाथ लंदन – ‘किसी भी संघर्ष में जब हथियारों की आपूर्ति होती है, तब इसके विपरित परिणामों की संभावना भी होती है। संघर्ष खत्म होने के बाद अतिरिक्त हथियार अपराधिक गिरोह या आतंकियों के हाथ लगने का ड़र रहता है। यूक्रेन में भी यह हो सकता है’, ऐसा इशारा ब्रिटेन के ‘नैशनल क्राईम एजेन्सी’ के प्रमुख ग्रैमी बिगर ने दिया है। ब्रिटेन ने शुक्रवार को ही यूक्रेन को छह करोड़ डॉलर्स के सैन्य सहायता का ऐलान किया था। इस पृष्ठभूमि पर इनका यह इशारा धअयान आकर्षित कर रहा है।

आतंकियों के हाथ अमरीका के साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने यूक्रेन को अबतक लगभग २५ अरब डॉलर्स से भी अधिक कीमत के हथियार प्रदान किए है। इसमे हवाई सुरक्षा यंत्रणा के साथ छोटी दूरी के मिसाइल्स, टैंक विरोधी मिसाइल्स, लंबी दूरी के रॉकेट सिस्टिम्स, बख्तरबंद वाहन, राड़ार, मशिनगन्स, प्रगत रायफल्स, टैंक, तोंप, मॉर्टर्स एवं भारी मात्रा के ‘एम्युनिशन’ का समावेश है। रशिया के दावे के अनुसार इनमें से अरबों डॉलर्स के हथियार तस्करी करके विदेशी अपराधिक गिरोह एवं अन्य लोगों के हाथ लगे हैं। अमरिकी रक्षा विभाग ने भी यूक्रेन भेजा जा रहा हथियारों का भंड़ार तस्करी के ज़रिये बाहर जाने के वृत्त पर चिंता जताई थी। अमरिकी रक्षा विभाग ने हथियारों पर नज़र रखने के लिए एक विशेष दल की भी यूक्रेन में तैनाती करने की जानकारी सामने आयी थी।

इस पृष्ठभूमि पर अब ब्रिटेन की यंत्रणाओं ने भी यूक्रेन भेजा जा रहा हथियारों का भंड़ार आतंकियों के हाथ लगेगा, यह चिंता जतायी है। पिस्तौल, मशिनगन्स और ग्रेनेड जैसें शस्त्र भी विदेशों के ‘आर्म्स मार्केट’ में दिखाई देने की संभावना होने की चेतावनी ‘नैशनल क्राईम एजेन्सी’ के प्रमुख ग्रैमी बिगर ने दी। ब्रिटेन एवं यूरोपिय यंत्रणाओं को अभी पुख्ता जानकारी या सबूत प्राप्त नहीं हुए हैं, फिर भी करीबी दिनों में हथियार पाए जाने की संभावना है और इंटरपोल ने भी इस विषय पर चेतावनी देने की बात पर उन्होंने ध्यान आकर्षित किया।

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