रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर रशियन नौसेना के बेड़े में दो परमाणु पनडुब्बियों के साथ चार युद्धपोत दाखिल

मास्को – रशिया-यूक्रेन युद्ध की तीव्रता बढ़ रही है और इसी बीच गुरुवार को रशियन नौसेना में चार नए युद्धपोत दाखिल हुए। इनमें से दो परमाणु पनडुब्बियां हैं और एक विध्वंसक और एक ‘माईनस्वीपर’ है। आनेवाले दिनों में रशिया युद्धपोत और पनडुब्बियों के निर्माण की गति अधिक बढ़ाएगी, ऐसा इशारा राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दिया है।

रशिया-यूक्रेन युद्ध के शुरूआती दौर में यूक्रेन ने रशियन नौसेना के ‘मोस्कवा’ नामक प्रमुख युद्धपोत को डुबाने का दावा किया था। यह घटना रशियन नौसेना और रक्षाबलों के मनोबल को झटका देने वाली होने के दावे यूक्रेन के अलावा पश्चिमी माध्यमों ने किए थे। मोस्कवा के डूबने के बाद रशियन नौसेना ने यूक्रेन संघर्ष में अपना योगदान घटाने के एवं कुछ युद्धपोतों को अन्य क्षेत्र में भेजने के दावे भी किए गए थे। मोस्कवा की घटना के बाद यूक्रेन ने क्रिमिया के अड्डों पर तैनात युद्धपोतों को लक्ष्य करने की कोशिश करने की घटनाएं भी सामने आयी थीं।

इस पृष्ठभूमि पर चार नए युद्धपोत रशियन नौसेना में दाखिल होना ध्यान आकर्षित करता है। इसमें ‘जनरलिसोमो सुवोरोव’ और ‘एम्परर अलेक्झांडर थ्री’ नामक दो पनडुब्बियों का समावेश है। ‘जनरलिसोमो सुवोरोव’ नौसेना में कार्यरत हुई है और ‘एम्परर अलेक्झांडर थ्री’ के कुछ परीक्षण अभी बाकी होने की बात कही जा रही है। यह दोनों पनडुब्बियां १६-१६ ‘बुलावा’ परमाणु अस्त्र तैनात करने की क्षमता रखती हैं। पिछले कुछ महीनों में रशिया ने यूक्रेन पर मिसाइल हमले करने के लिए युद्धपोत और पनडुब्बियों का इस्तेमाल किया था। इसकी वजह से दो नई पनडुब्बियां दाखिल होना अहमियत रखता है। आनेवाले कुछ सालों में और चार प्रगत परमाणु पनडुब्बियां रशियन नौसेना में दाखिल होंगीं, ऐसी जानकारी सूत्र ने साझा की।

परमाणु पनडुब्बियों के अलावा ‘ग्रैड’ नामक विध्वंसक (कॉर्वेट) और ‘एनातोली श्लेमोव’ नामक माईनस्वीपर जहाज़ भी नौसेना में शामिल किया गया है। राष्ट्राध्यक्ष पुतिन वीडियो कान्फरन्सिंग के माध्यम से इन सभी कार्यक्रमों में उपस्थित थे। इस दौरान उन्होंने रशिया-यूक्रेन अभियान से प्राप्त अनुभव के आधार पर रशियन नौसेना में बदलाव करने के संकेत दिए हैं।

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