कोरोनावायरस को रोकने में असफल रहे पाकिस्तान से आतंकवाद का इस्तेमाल – भारत के पूर्व लष्करी अधिकारियों का आरोप

इस्लामाबाद – दुनियाभर में कोरोनावायरस का संकट हाहाकार मचा रहा है, लेकिन पाकिस्तान कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी कर रहा है, ऐसा सामने आया है। गत दो दिनों में कश्मीर की नियंत्रणरेखा पर हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के पाँच आतंकियों को ढ़ेर कर दिया। वहीं, भारत के पाँच सैनिक शहीद हुए हैं। पाकिस्तान की इस गोलीबारी के पीछे, कोरोनावायरस के संक्रमण का सामना करने में आयी नाक़ामयाबी होकर, उस नाक़ामयाबी को ढँकने के लिए पाकिस्तान आतंकवादी कारनामों का आधार ले रहा होने का आरोप भारत के पूर्व लष्करी अधिकारियों ने किया है।

कोरोनावायरस का संक्रमण शुरू होने के बाद दुनियाभर के प्रमुख देशों ने लॉकडाऊन घोषित किया था। लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अभी तक अपने देश में लॉकडाऊन घोषित नहीं किया है। इसके भयावह परिणाम सामने आये हैं। उसी में, पाकिस्तान के पास इस संक्रमण के परीक्षण करने के लिए आवश्यक होनेवालीं सुविधाओं की भी बहुत कमी महसूस हो रही है। इस देश के पास पर्याप्त मात्रा में मास्क और डॉक्टर्स के लिए आवश्यक होनेवाला कीट बनाने की भी क्षमता नहीं है। इस कारण, कोरोनावायरस का यह संकट जल्द ही भयंकर स्वरूप धारण करेगा, ऐसी चिंता पाकिस्तान के माध्यम और विश्लेषक करने लगे हैं। इसी कारण, कोरोनावायरस से मत डरना, ऐसा कहनेवाले प्रधानमंत्री इम्रान खान का, अब माध्यम तथा जनता भी मज़ाक उड़ाने लगे हैं। इसीलिए, इस दारूण असफलता से जनता की ध्यान कहीं और खींचने के लिए पाकिस्तान की सरकार और लष्कर भारत के ख़िलाफ़ आतंकवाद का इसतेमाल कर रहा होने का आरोप भारत के पूर्व लष्करी अधिकारी लेफ्टनंट जनरल बी.एस जस्वाल ने किया है। गत कुछ दिनों से कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी लष्कर ने शुरू कीं हुईं गतिविधियाँ लेफ्टनंट जनरल जस्वाल के आरोपों की पुष्टि कर रहीं हैं।

कोरोनावायरस का संक्रमण हुए आतंकियों को कश्मीर में भेजकर, उनकी हथियार की तरह इस्तेमाल करने की साज़िश पाकिस्तान ने रची होने की ख़बरें प्रकाशित हुईं थीं। लेफ्टनंट जनरल जयस्वाल ने उनकी पुष्टि की है।

सारी दुनिया कोरोनावायरस के संकट का मुक़ाबला कर रही होकर, इस मोरचे पर भारत भी बहुत बड़ा योगदान दे रहा है। लेकिन ऐसे हालातों में भारत का पड़ोसी देश अपना आतंकवादी रवैया क़ायम रख रहा होने की दुर्भाग्यपूर्ण बात सामने आयी है, ऐसी तीख़ी आलोचना लेफ्टनंट जनरल भाटिया ने की है।

इसी बीच, पाकिस्तानी लष्कर गिलगिट-बाल्टिस्तान इलाक़े में बड़े पैमाने पर सेना तैनात करने की योजना बना रहा है। कोरोनावायरस की पार्श्वभूमि पर यह तैनाती होने का दावा पाकिस्तान द्वारा किया जा रहा है। लेकिन इलाक़े की सरकार का तख़्ता पलटकर लष्करी हुक़ूमत लागू करने की पाकिस्तानी लष्कर की चाल है, ऐसा आरोप पाकिस्तान के मानवाधिकार कार्यकर्ता अब्दुल अयूब मिर्झा ने किया है।

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