तुर्की के हमलों की वजह से सीरिया में ‘आयएस’ के हज़ारों आतंकी मुक्त होंगे – पेंटॅगॉन के प्रवक्ता का बयान

वॉशिंग्टन – ‘तुर्की ने सीरिया में शुरू किए हवाई हमले वहां तैनात अमरिकी सैनिकों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। साथ ही सीरिया में कुर्दों की कैद में बंद ‘आयएस’ के हज़ारों आतंकी इन हमलों की वजह से मुक्त होंगे’, यह इशारा पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर पैट्रिक राइडर ने दिया। सीरिया में तुर्की के हमले ‘आयएस’ के लिए उपकारक साबित होंगे, ऐसी चिंता अमरीका एवं सीरिया, इस्रायल के विश्लेषक व्यक्त कर रहे हैं। इसी बीच तुर्की हमलों से क्रोधित होकर सीरियन कुर्द अब ‘आयएस’ विरोधी कार्रवाई रोकने का ऐलान करके विरोधियों को इशारा दे रहे हैं।

नवंबर १९ से २३ के पांच दिनों में तुर्की के लड़ाकू विमानों ने सीरिया के उत्तरी भाग में भीषण हमले किए। वहां के ४७ ठिकानों पर हुई इस कार्रवाई के दौरान १५ नागरिक और अमरीका द्वारा प्रशिक्षित ‘सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस’ के छह सैनिकों के मारे जाने की जानकारी है। ऐसे में तुर्की ने दावा किया था कि, वर्णित कार्रवाई में ३२६ आतंकियों को मार दिया गया है।

लेकिन, अमरीका ने सीरिया के लिए नियुक्त किए हुए विशेष प्रतिनिधि सिनम मोहम्मद ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार तुर्की ने अस्पताल के करीब हमले किए हैं। इसके साथ ही ‘आयएस’ के आतंकियों को कैद किए गए जेल के करीब भी हवाई हमले हुए हैं। इससे जेल का नुकसान होता और आयएस के आतंकी फरार हो गए होते तो बडा ही भीषण संकट सीरिया पर आन पडता। इसलिए संयुक्त राष्ट्र संघ और अंतरराष्ट्रीय समूदाय तुर्की के खिलाफ कार्रवाई करें, ऐसी मांग सिनम ने की है।

अमरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल राईडर ने भी सीरिया में तुर्की के हमलों पर तीव्र चिंता जताई। पिछले नौं दिनों से तुर्की ने तीसरी बार सीरिया में स्थित अमरिकी सैन्य ठिकाने के करीब हमले किए हैं। तुर्की के इन हमलों की वजह से अमरिकी सैनिकों की सुरक्षा खतरे में पड जाएगी। साथ ही वहां पर कैद आयएस के १० हज़ार आतंकी फरार हो जाएंगे, ऐसी चेतावनी राईडर ने दी।

तुर्की वंशिय राजनीतिक विश्लेषक उज़य बुलूत ने भी चेतावनी ने दी है कि, सीरिया में हमले करके तुर्की काफी बड़े संकट को आमंत्रित कर रहा है। सीरिया के शहरों पर तुर्की कब्ज़ा करेगा लेकिन इससे आयएस विरोधी सफल कार्रवाई कर रहा कुर्द संगठन कमज़ोर पड जाएगा और आयएस फिर से हरकत में आ जाएगी, ऐसी चेतावनी बुलूत ने दी।

तुर्की के हमले रोकने के लिए अमरीका का बायडेन प्रशासन कोशिश करे, यह आवाहन सीरियन कुर्दों ने किया था। लेकिन, बायडेन प्रशासन से जवाब ना मिलने से गुस्सा हुए सीरियन कुर्दों ने आयएस विरोधी कार्रवाई रोकने का ऐलान किया है। तुर्की की सेना उस ‘अमरीका और यूरोपिय देशों के सैन्य गठबंधन पर हमले कर रही है जो ‘आयएस’ विरोधी संघर्ष में कुर्दों की सहायता कर रही है। इसकी वजह से आयएस विरोधी कार्रवाई को रोकना पडा है’, यह ऐलान कुर्द नेता मज़लूम अब्दी ने किया।

इस्तंबुल शहर में १३ नवंबर को हुए कार बम विस्फोट के लिए तुर्की ने पीकेके, वायपीजी, एसडीएफ जैसे कुर्द संगठनों को ज़िम्मेदार करार दिया है। लेकिन, तुर्की और सीरिया के सभी कुर्द संगठनों ने उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप खारिज किए हैं। साथ ही इस्तंबुल हमले की स्वतंत्र तहकीकात की जाए, यह मांग करने वाला प्रस्ताव कुर्द संगठन ‘पिपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी’ ने तुर्की की संसद में पेश किया। एर्दोगन की हुकूमत ने कुर्दों का यह प्रस्ताव ठुकराकर सीरिया में सेना उतारने का ऐलान किया है। इसी बीच रशिया ने भी तुर्की चेतावनी देकर सीरिया में हमले ना करे, यह चेतावनी दी है। तुर्की के हमलों के गंभीर परिणाम होंगे, यह इशारा भी रशिया ने दिया था। इसके बावजूद तुर्की सीरिया में हमले करने पर कायम है।

इसी बीच रशिया ने भी तुर्की चेतावनी देकर सीरिया में हमले ना करे, यह चेतावनी दी है। तुर्की के हमलों के गंभीर परिणाम होंगे, यह इशारा भी रशिया ने दिया था। इसके बावजूद तुर्की सीरिया में हमले करने पर कायम है।

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