तालिबान तथा तेहरिक की पाकिस्तान को शर्मनाक़ पराजय की धमकी

इस्लामाबाद – ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ के हमलें रोकने में नाक़ाम साबित हो रहे पाकिस्तान ने, अफगानिस्तान में घुसकर सर्जिकल स्ट्राईक करने की धमकी दी थी। पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने दी इस धमकी को, अफगानिस्तान के तालिबान ने तथा ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ ने भी गंभीरता से लिया है। पाकिस्तान ने अगर ऐसा कुछ किया ही, तो भारत के साथ के सन 1971 के युद्ध में हुए शर्मनाक़ पराजय से भी अधिक बदतर मानहानि पाकिस्तान की सेना को सहनी पड़ेगी, ऐसी चेतावनी ‘तेहरिक’ ने दी है। वहीं, पाकिस्तान को प्रत्युत्तर देने की क्षमता हमारे पास है, ऐसा अफगानिस्तान के तालिबान ने कहा है।

शर्मनाक़ पराजयपाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत में तथा अन्य स्थानों पर भी तेहरिक ने एक के बाद एक आतंकवादी हमलें शुरू किये होकर, पाकिस्तानी सेना के जवान और अधिकारी तेहरिक के निशाने पर हैं। तेहरिक के हमले में नवम्बर महीने की तुलना में दिसम्बर महीने में 44 प्रतिशत वृद्धि हुई बताई जाती है।

पाकिस्तान के ही एक अभ्यासगुट ने यह जानकारी दी। इससे पाकिस्तान की सरकार तथा सेना भी दहल गई होकर, केवल जनता का धीरज बँधाने के लिए पाकिस्तान के नेता और लष्करी अधिकारी बड़े बड़े ऐलान कर रहे हैं। उनमें आतंकवाद को जड़ से ख़त्म करने के तथा आतंकवादियों पर कठोर कार्रवाई करने के ऐलानों का समावेश है। बातों बातों में जोश में आकर पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने यह घोषणा भी की कि अफगानिस्तान में घुसकर तेहरिक-ए-तालिबान पर सर्जिकल स्ट्राईक करेंगे।

इसकी गूँजें अफगानिस्तान में सुनाईं दीं होकर, पाकिस्तान को प्रत्युत्तर देने की पर्याप्त क्षमता तालिबान के पास है, इसका एहसास तालिबान ने करा दिया है। वहीं, तेहरिक ने उससे भी आगे जाकर, हम कोई तुर्की के हमलें सहन करनेवाले सिरिया के कुर्दवंशीय नहीं हैं, ऐसी फ़टकार पाकिस्तान को लगाई। महासत्ताओं की कब्र रहनेवाला देश ऐसी अफगानिस्तान की पहचान है। अत: पाकिस्तान अफगानिस्तान पर हमला करने के बारे में सोचें तक नहीं, ऐसी धमकी तेहरिक का नेता अहमद यासिर ने दी है। इसके बावजूद भी अगर पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर हमले करने के बारे में सोचा ही, तो सन 1971 के युद्ध में भारत द्वारा थोंपे गये शर्मनाक़ पराभव से भी अधिक दारूण पराभव पाकिस्तान को नसीब होगा, ऐसा अहमद यासिर ने आगे कहा।

इतना ही नहीं, बल्कि अहमद यासिर ने सोशल मीडिया में यह धमकी देते समय, 1971 में पाकिस्तानी लष्कर के जनरल अमिर अब्दुलखान नियाझी भारत के सामने शरणागत होकर समझौते पर हस्ताक्षर करते समय की वह ऐतिहासिक फोटोग्राफ भी प्रदर्शित की। इसपर भारत से भी प्रतिक्रियाएँ आने लगीं हैं और भारतीय नेटकर पाकिस्तान का मज़ाक उड़ा रहे हैं। कुछ दिन पहले तेहरिक ने पाकिस्तान की सार्वभौमिकता को चुनौति देकर अपनी सरकार का ऐलान किया था। उसमें अहमद यासिर को पाकिस्तान का उपप्रधानमंत्री घोषित किया गया था। इसलिए यासिर ने दी धमकी को पाकिस्तान अनदेखा नहीं कर सकता। उसी समय, पाकिस्तान के नेता जो बयान कर रहे हैं, उन्हें हम गंभीरता से लेते हैं, इसका एहसास भी अफगानिस्तान के तालिबान ने पाकिस्तान को करा दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.