सेना ने जारी किए आदेश के विरोध में थाईलैंड के दक्षिणी हिस्से में तेज प्रदर्शन

Third World Warबैंकॉक: थाईलैंड के दक्षिणी प्रांत में सभी मोबाइल धारक अपने फोटोग्राफ जमा करें, ऐसी सूचना सेना ने की है| थाईलैंड के लष्कर की इस सूचना पर तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ रही है| थाईलैंड के दक्षिणी हिस्से में इस्लाम धर्मियों की संख्या बहुत बड़ी है और यह अपने विरोध में षडयंत्र का भाग होने का आरोप इस्लाम धर्मियों से किया जा रहा है| ऐसे में इस निर्णय के विरोध में इस्लामधर्मी रास्ते पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं| तथा मोबाइल फोन का उपयोग करके बम विस्फोट करनेवालों की पहचान करने के लिए मोबाइल धारकों के फोटोग्राफ्स आवश्यक होने का दावा थाई लष्कर से किया जा रहा है|

थाईलैंड में मोबाइल फोन का उपयोग करके स्थानीय बनावट के बम का विस्फोट करने का षडयंत्र उजागर हुआ है| इस वजह से रक्तपात टालने के लिए हर एक मोबाइल धारक की पहचान करना अनिवार्य बना है| थाईलैंड के दक्षिणी प्रांत में लगभग १५ लाख मोबाइल धारक होने की बात कही जा रही है| इन सभी के फोटोग्राफ्स जमा किया जाए एवं अपराधियों को ढूंढने के लिए सहयोग करें, ऐसा आवाहन थाई लष्कर ने किया है| तथा फोटो जमा करने के लिए ३१ अक्टूबर तक अवधि निर्धारित की गई है| जो कोई अपने फोटोग्राफ्स नहीं देगा उसकी मोबाइल सेवा खंडित की जाएगी ऐसी चेतावनी दी गई है|

थाई लष्कर की इस सूचना पर स्थानीय इस्लामधर्मियों से तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ रही है| यह अपने विरोध में निर्णय होने की बात कहकर इस्लामधर्मिय रास्ते पर उतरे हैं| उन्होंने अपने फोटोग्राफ्स जमा करने से इनकार किया है और इस बारे में सहयोग की संभावना ना होने की बात थाई लष्कर को सूचित की है| इसके लिए शुरू होनेवाले प्रदर्शन की तीव्रता आनेवाले समय में जोरदार संघर्ष भड़काने की गहरी आशंका जताई जा रही है| कुछ विश्‍लेषकों ने इस विवाद के पीछे विद्वेषी भूमिका होने की बात ध्यान में दिलाई है|

थाईलैंड के दक्षिणी हिस्से में इस्लामधर्मिय और बौद्धधर्मियों में हिंसक संघर्ष होता रहा है| इस संघर्ष में वर्ष २००४ से अबतक ६००० से अधिक लोगों की जान गई है तथा इस संघर्ष में १०००० से अधिक लोग जख्मी हुए हैं| इस पृष्ठभूमि पर थाईलैंड के लष्कर ने फोटोग्राफ्स मांगकर हमपर संदेह व्यक्त किया है, यह दावा इस्लामधर्मिय प्रदर्शनकारी कर रहे हैं| पर इन प्रदर्शनों में बड़ा जनाधार नहीं है| दक्षिणी भाग में जनता को लष्कर ने की हुई सूचना हिंसा रोकने के लिए है, इसकी पूर्ण रूप से कल्पना होने का दावा थाई लष्कर से किया जा रहा है|

तथा इसके विरोध में प्रदर्शन करनेवाले ‘क्रॉस कल्चर फाउंडेशन’ इस संगठन ने फेशियल रिकग्निशन के लिए फोटोग्राफ्स का उपयोग किया जाएगा और उसका गलत इस्तेमाल हो सकता है, ऐसी चिंता व्यक्त की है| तथा इस आदेश की वजह से जाति पर भेदभाव बढ़कर तनाव तीव्र होगा, ऐसा इस संगठन ने कहा है| साथ ही इस आदेश के पीछे थाईलैंड लष्कर की भूमिका पर सवाल करके इस संगठन ने इसके पीछे विद्वेषी धारणा होने की गहरी आशंका व्यक्त की है|

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