रशिया के जोरदार हमलों की वजह से बाखमत से यूक्रेनी सेना की वापसी शुरू – ब्रिटेन के रक्षा विभाग का दावा

लंदन/किव – रशिया के बाखमत शहर पर लगातार शुरू जोरदार हमलों की वजह से यूक्रेनी सेना ने शहर छोड़कर वापस लौटना शुरू किया होने का दावा ब्रिटेन के रक्षा विभाग ने किया। ब्रिटेन के रक्षा विभाग द्वारा हर दिन जारी हो रही ‘इंटेलिजन्स अपडेट’ में इससे संबंधित जानकारी साझा की गई है। साथ ही रशिया के रक्षा विभाग ने बाखमत में मौजूद यूक्रेनी सेना की पुरी तरह से घेराबंदी करने की बात कही है। बाखमत के पश्चिमी हिस्से में यूक्रेन के १५ हज़ार सैनिक होने के दावे किए जा रहे हैं।

पूर्व यूक्रेन के डोन्बास क्षेत्र के अहम शहर बाखमत में शुरू संघर्ष प्रति दिन प्रखार और खतरनाक होने की जानकारी सामने आ रही हैं। यूक्रेनी नेता और अधिकारी बाखमत में सेना फंसी होने की बात कहकर स्थिति किसी नरक की तरह होने की बात स्वीकार रहे हैं। लेकिन, राष्ट्राध्यक्ष वोलोदिमीर झेलेन्स्की और उनके करीबियों ने बाखमत के लिए आखिर तक जंग करने का निर्णय करने से सेना अधिकारियों में बेचैनी बनी है।

दूसरी ओर रशिया की निजी सैन्य कंपनी ‘वैग्नर ग्रुप’ रशिया समर्थक विद्रोही गुट और रशिया के रक्षा विभाग हर २४ घंटे बाद बाखमत संबंधित नई जानकारी साझा कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही वैग्नर ग्रुप के प्रमुख ने बाखमत पर लीगल कंट्रोल पाने का दावा किया था। इसके बाद रशिया समर्थक विद्रोही नेताओं ने बाखमत का दौरा करने का ऐलान किया था। इसके बाद रशियन सेना ने बाखमत पर हवाई हमले और रॉकेट हमले बढ़ाने की जानकारी रशिया के रक्षा विभाग ने साझा की थी। बाखमत के छोड़े रस्ते और हिस्सों पर कब्ज़ा होने की जानकारी रशियन माध्यम साझा कर रहे हैं।

इस पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन के रक्षा विभाग की ‘अपडेट’ में किया गया दावा ध्यान आकर्षित कर रहा हैं। शुक्रवार १४ अप्रैल को जारी ‘इंटेलिजन्स अपडेट’ में रशिया ने बाखमत पर हुए हमलों की तीव्रता अधिक बढ़ने की बात दर्ज़ की हैं। रशियन सेना और वैग्नर ग्रुप का सहयोग दिखाई दे रहा हैं और पिछले ४८ घंटों में जोरदार हमले होने की बात इस अपडेट में हैं।

वैग्नर कंपनी के ‘असॉल्ट ग्रुप’ सड़कों पर हो रहे संघर्ष में भारी पड़ रहे हैं। इस गुट ने जीते हिस्सों पर रशियन सेना ने नियंत्रणा स्थापित किया है। बाखमत में यूक्रेनी सेना को प्राप्त हो रही सहायता लगभग बंद हुई हैं और कई दल पीछे हटने के लिए मज़बूर हो रहे हैं, ऐसा ब्रिटीश रक्षा विभाग ने स्पष्ट किया। यूक्रेन के नेतृत्व ने अबतक बाखमत की यूक्रेनी फौज हटाने की बात स्वीकारने से इन्कार किया था। लेकिन, ब्रिटेन के रक्षा विभाग ने जारी की हुई जानकारी के कारण अब यह बात स्पष्ट हुई हैं।

पिछले कुछ दिनों में पश्चिमी देशों के विश्लेषक एवं सैन्य विशेषज्ञों ने यूक्रेन की बाखमत नीति की आलोचना करना शुरू किया है। अमरिकी रक्षा विभाग की ‘लीक’ में भी यूक्रेन के बाखमत पर किए निर्णय पर आशंका जताई गई थी। बाखमत संघर्ष के कारण यूक्रेन अब रशिया विरोधी जवाबी हमलों का अभियान चला सकेगा या नहीं, इसपर भी अमरिकी दायरे में सवाल किए जा रहे हैं।

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