चाड़ में लष्करी हुकूमत और विद्रोहियों का संघर्ष भड़कने के आसार

एन’जामेना – विद्रोहियों के बीते हफ्ते हुए हमले में राष्ट्राध्यक्ष इद्रिस देबी के मारे जाने के बाद चाड़ में निर्माण हुआ तनाव प्रतिदिन बढ़ रहा है। चाड़ की लष्करी हुकूमत हमें मंजूर ना होने का बयान करके विद्रोहियों ने राजधानी एन’जामेना पर कब्ज़ा करने की धमकी दी है। तभी अपने ही राष्ट्राध्यक्ष की हत्या करनेवाले विद्रोहियों के साथ बातचीत करना मुमकिन ना होने का ऐलान चाड़ की हुकूमत ने किया है। साथ ही इन विद्रोहियों के नेता को पकड़ने के लिए सहायता का आवाहन चाड़ की अस्थाई सरकार ने नायजर से किया है।

चाड़ के राष्ट्राध्यक्ष ‘इद्रिस देबी’ की बीते हफ्ते विद्रोहियों के साथ हुए संघर्ष के दौरान मौत हुई। उससे पहले चाड़ में हुए चुनावों में राष्ट्राध्यक्ष देबी की ‘पैट्रियॉटिक सैलवेशन मुवमेंट’ पार्टी को लगभग ७९.३ प्रतिशत के बड़े फरक से जीत हासिल हुई थी। उनके शपथग्रहण विधि से कुछ घंटे पहले ही विद्रोहियों के हमले में देबी मारे गए और इस वजह से चाड़ में अस्थिरता निर्माण हुई थी। देबी के साथ वफादार रही चाड़ की सेना ने देश का नियंत्रण हाथों में लिया और साथ ही देबी के पुत्र जनरल महामात काका को अस्थायी राष्ट्राध्यक्ष नियुक्त किया।

इद्रिस देबी की मौत के बाद चाड़ की सेना के साथ बातचीत करने की तैयारी के संकेत चरमपंथी विद्रोहियों की ‘फ्रंट फॉर चेंज ऐण्ड कॉन्कॉर्ड चाड़’ (एफएसीटी) संगठन ने दिए थे। लेकिन, बीते तीन दशकों से चाड़ की सत्ता संभाल रही लष्करी हुकूमत ने विद्रोहियों के साथ किसी भी तरह से चर्चा मुमकिन ना होने की बात स्पष्ट की है। आतंकी ‘एफएसीटी’ संगठन ने हमारे राष्ट्राध्यक्ष की हत्या की है, यह आरोप लगाकर सेना ने विद्रोही संगठन के नेता की गिरफ्तार करने के आदेश जारी किए हैं। इसके लिए पड़ोसी नायजर देश हमें सहायता करे, ऐसा आवाहन भी चाड़ की सेना कर रही है।

तभी विद्रोहियों के ‘एफएसीटी’ संगठन ने भी लष्करी हुकूमत के खिलाफ संघर्ष शुरू करने की तैयारी की है। जल्द ही राजधानी एन’जामेना पर कब्ज़ा करने का ऐलान इस विद्रोही संगठन ने किया है। इसी बीच फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन का चाड़ की लष्करी हुकूमत को समर्थन होने का दावा किया जा रहा है। वहीं, अफ्रीकी महासंघ चाड़ की लष्करी हुकूमत पर नाराज़ होने की बात कही जा रही है।

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