उत्तर कोरिया ने किया अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण – नए साल में किया गया यह दूसरा परीक्षण है

प्योनगैन्ग/टोकियो/सेउल – अमरीका और दक्षिण कोरिया को शुक्रवार के दिन धमकाने के बाद मात्र २४ घंटों के भीतर उत्तर कोरिया ने अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। शनिवार दोपहर को किए गए इस परीक्षण के दौरान दागी गई मिसाइल ने लगभग छह हज़ार किलोमीटर की उड़ान भरने का दावा जापानी सूत्र ने किया। उत्तर कोरिया की राजधानी प्योनगैन्ग के करीब सुनान अड्डे से यह परीक्षण किए जाने का बयान दक्षिण कोरिया ने किया है। साल २०२३ में उत्तर कोरिया द्वारा किया गया यह दूसरा परीक्षण है। इससे पहले १ जनवरी को उत्तर कोरिया ने छोटी दूरी की तीन बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था। 

अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइलपिछले हफ्ते उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन ने अपनी सेना को युद्ध की तैयारी करने के आदेश दिए थे। वरिष्ठ सेना अधिकारियों से हुई चर्चा के बाद किम जाँग की चेतावनी को अहमियत प्राप्त होने का बयान दक्षिण कोरियन माध्यमों ने किया था। इसके दो दिन बाद उत्तर कोरियन सेना की सबसे बड़ी परेड हुई। इस दौरान ११ अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक और एक द्रव-ईंधन पर आधारित लंबी दूरी की मिसाइल का पहली बार प्रदर्शन किया गया था। उत्तर कोरिया की तानाशाही हुकूमत का अब तक का यह सबसे बड़ा जंगी सामर्थ्य का प्रदर्शन था। इसके बाद दक्षिण कोरिया, जापान, एवं अमरीका के माध्यमों ने उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे पर ध्यान आकर्षित किया था।  

इस पृष्ठभूमि पर शनिवार के परीक्षण ने उत्तर कोरिया की आक्रामकता का मुद्दा फिर से उठाया है। पिछले कुछ दिनों से उत्तर कोरिया ने अमरीका और दक्षिण कोरिया के युद्धाभ्यास को मुद्दे पर उन्को धमकाना शुरू किया से। उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को भी अमरीका और दक्षिण कोरिया को गंभीर परिणामों की चेतावनी दी थी। अमरीका और दक्षिण कोरिया का युद्धाभ्यास हम पर हमला करने की तैयारी होने का आरोप उत्तर कोरिया ने लगाया था। इस युद्धाभ्यास का उत्तर कोरिया प्रत्युत्तर देगा, यह इशारा भी दिया गया था। शनिवार का परीक्षण इसी का हिस्सा दिखता है।

शनिवार दोपहर की बैलेस्टिक मिसाइल जापान के होक्कायडो से कुछ ही दूरी पर स्थित समुद्री क्षेत्र में गिरी। यह क्षेत्र जापान के ‘एक्सक्ल्यूज़िव इकॉनॉमिक ज़ोन’ (ईईज़ेड) का हिस्सा है। कोरियन मिसाइल ने इस दौरान ९०० किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय की होगी, यह दावा जापान एवं दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने किया। जापान के प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा ने इस परीक्षण पर प्रतिक्रिया दर्ज़ की है और यह घटना अंतरराष्ट्रीय समुदाय को उकसा सकती है, यह इशारा भी दिया है। जापान और दक्षिण कोरिया ने इस मिसाइल परीक्षण का निषेध करके संयुक्त राष्ट्र संगठन से शिकायत की है। 

दक्षिण कोरिया ने गुरूवार को उत्तर कोरिया का शत्रुदेश और सबसे बड़ा खतरा बयान करने वाली ‘डिफेन्स रिपोर्ट’ जारी की थी। इसमें उत्तर कोरिया के परमाणु अस्त्रों के साथ बैलेस्टिक मिसाइलों के खतरे पर ध्यान आकर्षित किया गया है। ‘शत्रुदेश उत्तर कोरिया लगातार परमाणु अस्त्रों के अलावा जैव और रासायनिक शस्त्र विकसित कर रहा है। उत्तर कोरिया के भंड़ार में १५४ पौंड़ प्लुटोनियम मौजूद है और इसने छोटे आकार के परमाणु अस्त्र बनाने तक प्रगति की है। उत्तर कोरिया विकसित कर रहे बैलेस्टिक मिसाइलों की संख्या भी काफी बढ़ी है’, इस मुद्दे को दक्षिण कोरिया की इस रपट में रेखांकित किया गया है।

उत्तर कोरिया सीधे अमरीका तक जा टकराने के काबिल मिसाइलों का परीक्षण करके इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहा है। उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण और तैयारी अमरीका के अलास्का एवं कैलिफोनिर्या में तैनात हवाई सुरक्षा यंत्रणाओं को चुनौती दे सकते हैं, यह चिंता अमरिकी माध्यम व्यक्त कर रहे हैं। 

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